0 सीनियर पवार नाशिक में गरजे, भुजबल के चयन के लिए मांगी सार्वजनिक माफी/ मुझसे बहुत प्यार करते हैं साहेब: भुजबल/ अदिति तटकरे एकमात्र महिला मंत्री हैं शिंदे सरकार में - Khabre Mumbai

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सीनियर पवार नाशिक में गरजे, भुजबल के चयन के लिए मांगी सार्वजनिक माफी/ मुझसे बहुत प्यार करते हैं साहेब: भुजबल/ अदिति तटकरे एकमात्र महिला मंत्री हैं शिंदे सरकार में

राकांपा प्रमुख एवं सीनियर  राजनेता शरद पवार  कल सुबह सुबह मुंबई से 255 किलोमीटर दूर की यात्रा वाया रोड करके नाशिक  के येवला परिसर पहुंचे ।यह  वह क्षेत्र है जहां से छगन भुजबल को मैदान में उतारा गया था और महाराष्ट्र प्रदेश का कभी भुजबल को ही अध्यक्ष बनाया गया।  भुजबल दो बार महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री भी सीनियर पवार के मार्गदर्शन में रह चुके है।

शरद पवार ने  येवला के एपीएमसी मार्केट वाले एरिया में भारी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि वह सभी से माफी मांगते हैं। उनसे गलती हो गई जो उन्होंने छगन भुजबल को चुना। आमतौर पर उनसे गलती नहीं होती है। लोगों को बहुत ही सावधानी से परखते हैं लेकिन इस बार गलती हो गई। उन्हें उम्मीद है कि जनता उन्हें माफ कर देगी। आपको बता दें कि शरद पवार ने यह भी कहा कि वह भले ही 82 वर्ष के हो गए हैं लेकिन जनता के प्रति समर्पण कम नहीं हुआ है। वह अपनी पार्टी को फिर से खड़ा करेंगे और पूरे स्टेट में बागी विधायकों के गढ़ में जाकर रैली करेंगे और जनता के सामने खड़े होकर अपनी भावनाएं रखेंगे।

यहां यह भी कहना जरूरी है कि शरद पवार की रैली के बाद ही उसी दिन यानी कल ही छगन भुजबल भी वाया रोड अपने गढ़ येवला पहुंचे और यहां की भारी भीड़ को संबोधित करते हुए भुजबल ने कहा कि पवार साहब मुझे बहुत प्यार करते हैं। इसलिए तो अपने प्रदेश यात्रा के लिए सबसे पहले उन्होंने हमारे ही गढ़ को चुना।
 भुजबल ने कहा कि आने वाले अगला विधानसभा चुनाव भी यहीं से लड़ेंगे। भुजबल की रोड ट्रिप लगभग एनसीपी प्रमुख शरद पवार की तरह ही थी। छगन भुजबल का पार्टी कार्यकर्ताओं ने ठाणे, कल्याण, भिवंडी और इगतपुरी जैसे स्थानों पर स्वागत किया नासिक में विशाल सभा ने उनका स्वागत किया। नासिक के नजदीक ही स्थित उनके फार्म हाउस पर भुजबल रहेंगे और  आगे की रूपरेखा तय करेंगे।
 भुजबल ने कहा कि शरद पवार मुझे सबसे ज्यादा और बहुत अधिक प्रेम करते हैं इसलिए उन्होंने मेरे ही विधानसभा को अपनी यात्रा की शुरुआत का क्षेत्र चुना। जब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की स्थापना हुई तो सबसे पहले मैं ही था जो शरद पवार साहब के साथ आया। बहुत से लोगों ने बाद में राकांपा को ज्वाइन किया। यही कारण है कि मेरा नंबर उनके चाहने वालों में सबसे पहले आता है। मैं बहुत ही उत्साहित और कृतज्ञ हूं की जनता ने हमें इतना सम्मान दिया है। यहां आने से पहले कार्यकर्ताओं ने, लोगों ने ठाणे ,कल्याण, इगतपुरी, भिवंडी जैसी जगहों पर हमारा सम्मान किया है। इससे यह साबित होता है कि लोग हमारे इस कदम को सही मान रहे हैं जो हमने अजित दादा पवार के नेतृत्व में उठाया है और शिंदे सरकार को ज्वाइन किया है । मैंने नासिक में विकास के बहुत से कार्य किए हैं और आगे भी इस तरह के मौके मिलते रहे तो किसानों , बेरोजगारों और सामान्य व्यक्ति के लिए विकास के कार्य करता रहूंगा।

 कौन हैं  शिंदे सरकार में  एकमात्र महिला मंत्री अदिति तटकरे ?

महाराष्ट्र की शिंदे सरकार को अभी अभी हाल ही में राकांपा के बागी नेताओं का साथ मिला है,  जिसमें अजीत पवार को उपमुख्यमंत्री पद दिया गया है और छगन भुजबल जैसे अन्य वरिष्ठ 8 विधायकों को भी मंत्री बनाया गया है। 
इन सभी में एक आश्चर्य की बात है कि पहली बार रायगढ़ से विधायक बनी आदिति तटकरे को भी मंत्री पद दिया गया है और वह एकमात्र महिला हैं जो शिंदे कैबिनेट में मिनिस्टर रैंक पर हैं।

आदिति तटकरे वरिष्ठ राकांपा नेता सांसद और रायगढ़ के बाहुबली सुनील तटकरे की बेटी हैं जो वर्तमान में अजीत गुट के राकांपा महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष भी बनाए गए हैं।
अदिती ने शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले की अध्यक्षता में काम करने वाली महिला विंग राष्ट्रवादी युवती कांग्रेस में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और काम किया।  2017 में उन्होंने रायगढ़ जिले में ही जिला परिषद का चुनाव लड़ा और अपने पिता के प्रभाव के चलते जीत भी हासिल की ।पहली बार उन्हें जिला परिषद की अध्यक्षता की कमान मिली जिसके बाद उन्होंने अपना प्रभाव जिला से ही राजनीति में बढ़ाया और सरकार में सहभागिता भी दिखाई।

 2019 में पहली बार महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव जिन्होंने रायगढ़ से ही लड़ा जो कि श्रीवर्धन सीट से विजय  भी हासिल की। इस चुनाव में उन्होंने शिवसेना के विनोद घोसालकर को हराया था।

35 वर्ष की आदिति तटकरे को हाल ही में शिंदे सरकार के अंदर जगह दी गई है। कनिष्ठ रैंक पर उन्हें भी मंत्री पद दे दिया गया है । वह चर्चा में अधिकतर रही जब पालक मंत्री के रूप में रायगढ़ जिले में उन्होंने बाढ़ और भूस्खलन के चलते लोगों को कई समस्याओं से राहत दिलाने का विशेष काम किया ।उल्लेख कर दें कि चक्रवात तौकाते 2021 में महाराष्ट्र में रायगढ़ समेत कई जिलों में आया था और जनजीवन त्रस्त हो गया था।

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