शासन आपल्या दारी' योजना पर राकांपा लीडर अजीत पवार की टिप्पणी: क्या सच में जनता को मिल रहा है लाभ?
महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा जारी की गई शासन आपल्या दारी इस योजना का शुभारंभ शुरू कर दिया गया है। विभिन्न क्षेत्रों में इसके लिए मुख्यमंत्री के द्वारा उद्घाटन किए जा रहे हैं।
इस पर टिप्पणी करते हुए जलगांव के एक कार्यक्रम में राकंपा के नेता एवं जूनियर पवार ने पत्रकारों से बातचीत करते समय कहा कि क्या जनता को सच में शासन आपल्या दारी इस योजना का लाभ मिल रहा है?
कोल्हापुर में इस योजना के संबंध में कार्यक्रम किया गया। हाल ही में पालघर में भी कार्यक्रम हुआ। विभिन्न क्षेत्रों में इस योजना से संबंधित कार्यक्रम किया जा रहे हैं ।इन कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री ,उपमुख्यमंत्री ,पालक मंत्री जा रहे हैं। सामान्य सी बात है कि इन मंत्रियों के जाने पर उसे क्षेत्र के सारे अधिकारी भी जा रहे हैं। यानी शासन भी वहां पहुंच जाता है। शासन के आने पर जनता को किस तरह से इसका फायदा मिलेगा और इससे क्या सरकारी खर्च नहीं बढ़ रहा है?
हमने भी अपने शासन में जनता दरबार किए है ।विभिन्न प्रकार से लोगों की मीटिंग ली है। लेकिन इन योजनाओं से लोगों की समस्या का समाधान मिलना चाहिए। आज के समय में सिर्फ राजनीति चल रही है। सरकार का लक्ष्य बेरोजगारी , महंगाई, किसानों को उनके अनाज पर दाम न मिल पाने वाली कीमत इत्यादि मुद्दों पर होनी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है । इस योजना का लाभ जनता को मिलता है या नहीं यह देखने की जिम्मेदारी की सरकार की ही है।
क्योंकि पैसा जनता का है ।उसका सही उपयोग होना चाहिए। ऐसा नहीं हो रहा है। ऐसा कहते हुए अजीत पवार ने इस कार्यक्रम पर प्रश्न चिन्ह लगाया है।
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