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मानसून से पहले मुंबई मनपा ने 226 इमारतों को बताया अत्यधिक खतरनाक/मलाड, अंधेरी, बांद्रा, खार इलाके में सबसे अधिक इमारतें डेंजरस लिस्ट में

मानसून अगले कुछ ही दिनों में  दस्तक देने जा रहा है। ऐसे में हर वर्ष मुंबई महानगरपालिका मुंबई शहर में अपना सर्वे करती है और जो धोखा दायक ईमारते हैं, जर्जर हो चुकी हैं , काफी पुरानी है जिनकी स्थिति में सुधार नहीं किया जा सकता और जिनकी स्थिति में सुधार हो सकता है ऐसे अलग अलग सूची  बनाकर जारी करती है।


हाल ही में मुंबई महानगर पालिका ने 226 ऐसी इमारतों की सूची जारी की है जिन्हें एक्सट्रीमली डैंजरस यानी अत्यधिक खतरनाक वाली स्थिति में रखा है। उन्हें अत्यधिक जर्जर बताया गया है और यह सूचना दी गई है कि कदाचित बरसात में वह खड़ी नहीं रह पाएंगे।

पी नॉर्थ वार्ड मलाड पश्चिम इस सूची में सबसे ऊपर है, जहां 24 इमारतें ऐसी स्थिति में है। इसके बाद के वेस्ट वार्ड जिसके अंतर्गत अंधेरी जुहू में, एच वेस्ट वार्ड के खार, बांद्रा और सांताक्रुज इलाकों में 22 डेंजरस स्थिति में इमारतें हैं।

कुल 226 इमारतों की सूची में 35 आईलैंड सिटी में हैं 64 पूर्वी उपनगर में है और 126 सबसे अधिक पश्चिमी उपनगर में शामिल है।

ठाणे भिवंडी में स्थिति दयनीय..कई इमारतें अत्यधिक जर्जर हालत में /मनपा ने थमाया है नोटिस, खाली करने की भी दी नसीहत 

ठाणे और भिवंडी में भी स्थिति कुछ खास ठीक नहीं है ठाणे महानगर पालिका ने 86 बिल्डिंग को C1 कैटेगरी के अंतर्गत धोखा दायक बताया है जिसमें से 22 बिल्डिंग  तो खाली हैं लेकिन अन्य 64 इमारतें या तो आंशिक रूप से या पूरी तरह से नागरिकों द्वारा इस्तेमाल की जा रही हैं।

भिवंडी में भी 267 अत्यधिक धोखाधायक इमारत की सूची बनाई गई है जिसमें से 94 इमारत को खाली करा दिया गया है।

मनपा के अनुसार ऐसे कई संकेत मिलते हैं जहां नागरिक खुद ही यह निरीक्षण कर सकते हैं कि इमारत खतरनाक स्थिति में है और अगर रहते हैं तो जीवन को खतरा उत्पन्न हो सकता है।

 जैसे फ्रेम की डिजाइन,  स्लैब इन सब में परिवर्तन होता है जैसे कि वह मुड़ गए हो या दूसरी तरफ झुक गए हो, नीचे के फ्लोर का कुछ हिस्सा बेंड हो गया हो, दीवार के बीच गैप बढ़ रहा हो , कॉलम से कंक्रीट गिर रहा हो, ऐसी स्थिति में उन इमारत में रहना धोखाधायक हो सकता है।

मनपा ने इस तरह के सभी इमारत को नोटिस दे दिया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए अनुरोध किया है कि जो भी नागरिक ऐसी इमारत में रह रहे हैं वह तुरंत इस जगह को खाली कर दें। अगर  वे ऐसा नहीं करते हैं और बरसात में किन्हीं भी कारण से  ये इमारत क्षतिग्रस्त होती है, गिर जाती है तो ऐसे में जान माल को नुकसान हो सकता है या आर्थिक नुकसान हो सकता है जिसके लिए नागरिक ही पूरी तरह से जवाबदार होंगे।

महानगरपालिका ने अपनी नोटिस में यह भी कहा है कि किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति में 2269 4725 या 2269 4727 या आपातकालीन नंबर 1916 पर संपर्क किया जा सकता है।

उल्लेख कर दें कि भिवंडी में अभी हाल ही में एक बिल्डिंग के गिर जाने से 8 निवासियों की मौत 29 अप्रैल को हो गई थी।  भिवंडी निजामपुर सिटी महानगरपालिका ने भी लोगों को नोटिस देने का काम शुरू कर दिया है। 

हालांकि नागरिकों का यह आरोप है कि नगर पालिका किसी तरह का कोई सर्वे ऑडिट नहीं करती और बिना किसी तरह के स्ट्रक्चरल ऑडिट के ही नोटिस देना जारी कर देती है और उनके पास कोई यथोचित योजना भी नहीं होती कि इस तरह की इमारत से होने वाली समस्याओं से निपटा जा सके।

भिवंडी महानगरपालिका में ही पिछले 5 सालों में 60 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है जिसका कारण मुख्य रूप से इमारत का गिरना या इमारत की स्लैब का गिरना पाया गया है।

ठाणे महानगरपालिका के आयुक्त अभिजीत बांगर ने कहा है की धोखाधायक इमारत को खाली करने का निर्देश नागरिकों को दिया गया है यह भी हमने कहा है कि अगर वह खाली नहीं करते हैं तो उनकी बिजली और पानी की सप्लाई काट दी जाएगी पुलिस को भी सूचित कर दिया गया है कि अत्याधुनिक धोखादायक इमारतों का डिमोलिशन वर्क भी किया जाए।


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