अतीक अहमद/अशरफ अहमद की गोली मारकर हत्या/दोनो माफिया का हुआ अंत/पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू, संवेदनशील इलाकों में यूपी पुलिस करेगी फ्लैग मार्च/प्रयागराज इलाका छावनी में तब्दील- लोगों को घरों से न निकलने की सलाह
प्रयागराज पुलिस कस्टडी में कल देर शाम माफिया और पूर्व में सपा सांसद रहे अतीक अहमद व पूर्व विधायक रहे उसके भाई अशरफ अहमद को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
हत्या में शामिल 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जो मीडिया कर्मी बनकर आए थे एक के पास ऑटोमेटिक पिस्टल और दूसरे 2 लोगों के पास सेमी ऑटोमैटिक पिस्तौल बरामद की गई है।
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को जिस समय गोली मारी गई उस वक्त वह मीडिया से इस बात का बयान दे रहा था कि उसके बेटे असद के जनाजे में जाने की मंजूरी नहीं दी गई इस पर अतीक ने कहा, नहीं ले गए तो नहीं ले गए । इसके बाद ही अतीक और अशरफ पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी गई। इन दोनो डॉन भाइयों को अस्पताल ले जाया जा रहा था, जिस वक्त गोली मारी गई।
इस इलाके का दौरा आयुक्त और डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ने किया। हत्या के बाद से प्रदेश में शांति बनाए रखने के लिए पूरी पुलिस फोर्स फ्लैग मार्च कर रही है।
रात 2 बजे ही विशेष विमान से डीजीपी आर के विश्वकर्मा, कानून व्यवस्था स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार, चीफ होम सेक्रेटरी संजय प्रसाद प्रयागराज के लिए निकल पड़े थे।
इस हमले में ANI के एक पत्रकार को भी चोट आई है, 1 पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है।
अतीक और अशरफ की सुरक्षा में तैनात किए गए 14 पुलिसकर्मियों को तत्काल रूप से निलंबित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लगाई गई है। प्रदेश में सभी लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की गई है।
प्रयागराज के कुछ हिस्सों में पथराव की खबरें आई हैं।
एहतियातन सुरक्षा की दृष्टि से पूरे प्रयागराज परिसर को 14 भागों में बांट दिया गया है और पुलिस संरक्षण में छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
आज सुबह पांच बजे के लगभग मस्जिदों में नमाज अदा की गई।
प्रशासन में प्रयागराज के निवासियों को विशेष रूप से निवेदन किया है कि यदि आवश्यक ना हो तो घर से बाहर नहीं निकले, डरने की कोई बात नहीं है । अफवाहों पर ध्यान ना दिया जाए। प्रशासन इस मुद्दे पर गंभीर है और हर एंगल से इसकी जांच की जा रही है।
अतीक अहमद और अशरफ उन्नत को मारने वाले तीनों आरोपी प्रयागराज परिषद के बाहर और प्रथम तया जांच में पुलिस को यह जानकारी मिली है। ये तीनों एक सुपारी यानी कॉन्ट्रैक्ट किलर हैं और उनका अतीक या अशरफ से कोई संबंध नहीं है।
दावा यह है कि कुछ नामी चेहरों को डर था कि उनके नाम और कई राज खुल सकते हैं इसलिए कॉन्ट्रैक्ट किलरो का प्रयोग कर दोनो माफियाओं को मरवाया गया है।
अतीक के कई ठिकानों पर ED की रेड पड़ी थी और नकदी, अवैध दस्तावेज ,प्रॉपर्टी से जुड़े पेपर हाथ लगे थे।
हत्या की घटना के बाद प्रयागराज के करबला, राजरूप पुर, केसरिया जैसे क्षेत्रों से पथराव की खबरे आई, इससे प्रशाशन और चौकन्ना हो गया और प्रयागराज क्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। प्रयागराज के बाजार बंद रखने पर फैसला सुरक्षित रखा गया है।
अतीक की हत्या में शामिल लवलेश तिवारी बांदा जनपद से है, दूसरा आरोपी अरुण मौर्य हमीरपुर से और तीसरा आरोपी सनी कासगंज जिले से है, ऐसा तीनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया है।पुलिस इन तीनों के तथ्य को वेरिफाई करने में जुटी है। ये तीनों आरोपी परसो भी आए थे, तीन दिन से रेकी कर रहे थे।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जल्दबाजी न करें, प्रशाशन जांच में जुटा है , यह कोई गैंगवार था या कुछ और पता चल जायेगा। हमारे सरकार की अपराध के प्रति 0 टोलरेंस की नीति है।
प्रयागराज के स्वरूप रानी अस्पताल में अतीक अशरफ के शव का पोस्टमार्टम किया जायेगा, तीन डॉक्टरों का पैनल इसे अंजाम देगा, पूरे प्रोसीजर की वीडियोग्राफी की जायेगी।
रिश्तेदारों को शव देने पर अभी फैसला नहीं हुआ है।
शहर के इलाकों में आयुक्त ने तो ग्रामीण इलाको में खुद IG ने प्रशासनिक कमान संभाल ली है।
अफवाह फैलाने वालों पर कारवाई किए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
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