0 मीरा रोड में आज से दो दिवसीय दरबार में बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री/ जनता, अनुयाइयों, भगवान राम के भक्तो से आने की है अपील - Khabre Mumbai

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मीरा रोड में आज से दो दिवसीय दरबार में बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री/ जनता, अनुयाइयों, भगवान राम के भक्तो से आने की है अपील


मुंबई के उपनगर मीरा रोड पूर्व में एस के स्टोन चौक स्थित सेंट्रल पार्क में आज से दो दिवसीय यानी 18 और 19 मार्च को मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम सरकार के महंत श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का दरबार लग रहा है।

 धीरेंद्र शास्त्री 27 वर्षीय वह युवा संत है जो हाल ही में बहुत ही जगह चर्चा में आए। सोशल मीडिया के इस युग में हर जगह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धीरेंद्र शास्त्री के बागेश्वर धाम की बखूबी चर्चा रही है।
सनातनी हिंदू धर्म के समर्थन में धीरेंद्र शास्त्री ने कई ग्रामीण इलाकों की जनता को धर्म परिवर्तन से रोका। इतना ही नहीं दूसरे धर्म के लोग अपनी इच्छा से शास्त्री जी के बागेश्वर धाम के प्रभाव में सनातन धर्म में प्रवेश लिया।

शास्त्री जी के दरबार में ,जो हनुमान जी महाराज के उपासक हैं और सन्यासी बाबा जी के शिष्य हैं , बड़े, छोटे, सामान्य जनता से लेकर, राजनेता, अभिनेता, पत्रकार, अधिवक्ताओं , कॉरपोरेट जगत के लोग भी हाजिरी लगा चुके हैं।

अंधविश्वास फैलाने का लगा है आरोप, अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने उठाई थी उंगली

शास्त्री जिसे अपने सामने मंच पर बुलाते हैं, उनके समस्याओं, आने का कारण इत्यादि एक कागज पर लिखकर दिखा देते हैं, आगंतुक उसे मानते भी हैं। यह बात सुर्खियों में रही है। अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के श्याम मानव ने उनके इस चमत्कार को अंधविश्वास का नाम दिया। इतना ही नहीं, बागेश्वर धाम में भूत प्रेत भगाने का भी शिविर चलता है। शास्त्री जी ने वहां एक अस्पताल बनवाने का भी बीड़ा उठाया है ताकि ग्रामीणों को वैद्यकीय सहायता मिल सके।

श्याम मानव अपना कोई दावा साबित नही कर पाए थे। बागेश्वर धाम के प्रमुख  शास्त्री जी ने उन्हे दरबार में बुलाया भी था, हवाई टिकट का पैसा भी खुद ही देने की बात कही थी। बाबाजी का मीडिया ट्रायल भी हुआ ... उन पर किसी तरह का आरोप साबित नही हो सका। 

दरबार में प्रवेश निःशुल्क है। शास्त्री जी के अनुसार ,किसी भी व्यक्ति से कोई प्रवेश शुल्क नही लिया जाता, कोई मांग नही की जाती, श्रद्धा से यदि वह गुरु मानकर कुछ देते हैं तो वह उसे अस्वीकार भी नही करते।
वह अपने किसी भी कार्य को चमत्कार नहीं मानते ,अपितु भगवान बालाजी की कृपा मानते हैं।  शास्त्री जी ने स्वयं को संत कहने से भी इनकार कर दिया था और खुद को ने की तरह सामान्य व्यक्ति ही बताया है।

आज मीरा रोड के दरबार में लगभग १ लाख के लोगों के आगमन के मद्देनजर पुलिस प्रशासन द्वारा यातायात, ट्रैफिक प्रबंधन, कानून व्यवस्था चाक चौबंद की गई है।

कांग्रेस के नाना पटोले ने बाबाजी के आगमन का किया विरोध

महाराष्ट्र में प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस नाना पटोले ने महाराष्ट्र सरकार से कहा कि प्रशासन को अंधविश्वास के प्रसारण पर रोक लगानी चाहिए, महाराष्ट्र अंधविश्वास से नही चलता है। यह एक प्रगतिशील राज्य है, यहां अंधविश्वास फैलाने वाले को कोई स्थान नहीं है। इस बाबत पटोले ने मुख्यमंत्री शिंदे को पत्र लिखकर दरबार की अनुमति नहीं देने की मांग की। इसके उलट, शिवसेना भाजपा सरकार ने बागेश्वर धाम सरकार के मुंबई में आयोजित दरबार का समर्थन किया है।
शिवसेना के उद्धव समूह ने भी शास्त्री जी के आयोजन का समर्थन किया है।

इसके पहले भी धीरेंद्र शास्त्री मुंबई में दरबार लगा चुके हैं, तब ज्यादा प्रचलित नही थे, वह अलग बात है।
चित्रकूट सिद्ध पीठ के जगतगुरु राम भद्राचार्य जी महाराज ने शास्त्री के बारे में कहा था कि वह शिष्य होने के नाते उन्हें बहुत अच्छी तरह जानते हैं, उनका शिष्य धीरेंद्र शास्त्री कभी गलत नही हो सकता।

भागवताचार्य देवकीनंदन ठाकुर समेत कई अन्य धर्मगुरुओं ने शास्त्री जी का समर्थन किया है। हाल ही में  छतरपुर, मध्य प्रदेश में बागेश्वर धाम के द्वारा २५१ कन्याओं का विवाह करवाया गया था, जिसमे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कार्यक्रम में मौजूद थे।  संत सम्मेलन भी हुआ था जिसमे देश भर से कई संतो ने हाजिरी लगाई थी।

 मीरा रोड के इस दरबार में कल आशीर्वचन एवम सिद्ध विभूति का वितरण किए जाने की जानकारी भी धीरेंद्र शास्त्री जी ने दी है।


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