दो दिन में मुंबई के तीन उपनगरों में आग, हजारो का आशियाना राख में तब्दील, अब सिर्फ सरकार से उम्मीद
पहली घटना ..
सोमवार सुबह में जोगेश्वरी के रिलीफ रोड स्थित घासवाला कंपाउंड में आग लगी और कई व्यवसायिक दुकानें आग के हवाले हो गईं।
शाम पांच बजे इसी सोमवार को मलाड पूर्व स्थित अप्पा पाड़ा और आनंद नगर दोनो इलाके में झोपड़े में गैस सिलिंडर ब्लास्ट हुआ , आग इतनी तेजी से फैली की लगभग 15 से 20 सिलिंडर और चपेट में आ गए, लगभग 3000 लोगों का आशियाना धू धू कर जलने लगा। जिस कपड़े में लोग थे , उसी हालत में बाहर भागे...जान बचा ली इतना क्या कम था। घर , सामान सब कुछ जलकर स्वाहा हो गया। लगभग 7 घंटे के मेहनत के बाद 7 से ज्यादा दमकल गाड़ियों, कर्मचारियों ने जाकर आग पर काबू पाया। प्रशाशन के अनुसार यह तीन लेवल की आग थी।
पूरी रात खुले आसमान के नीचे लोगों को गुजारनी पड़ी। मनपा प्रशाशन ने मैदान, मैटरनिटी अस्पताल के पास अस्थाई व्यवस्था जरूर की है, खाने पीने का प्रबंध किया है लेकिन इतना सब पर्याप्त नहीं है।
बच्चे परीक्षा दें, तैयारी करें या आशियाना जल जाने का गम झेलें, बड़े ,बूढ़े सब परेशान हैं। अचानक क्या से क्या हो गया है।
एक पचास वर्षीय व्यक्ति की मृत बॉडी निकाली गई जो पूरी तरह जल चुकी थी। मनपा, स्थानीय पुलिस प्रशासन सब के सामने एक ही सवाल था कि इतनी बड़ी आगजनी कैसे फैल गई। लगभग 800 झोपड़े आग ने निगल लिया , 7 घंटे का वक्त लगा फायर ब्रिगेड को तब जाकर काबू पाया जा सका लेकिन सब कुछ खत्म होने के बाद। दमकल की गाड़ियां, बड़े बड़े वाटर टैंकर, एंबुलेंस , 12 मोटर पंप सब मौके पर लगा दिए गए थे। मनपा पी उत्तर विभाग के सहायक आयुक्त किरण दिघावकर के अनुसार रात 9.35 तक आग पर काफी हद तक नियंत्रण प्राप्त का लिया गया था , लगभग 2000 झोपड़े जल गए थे पर हमने इसे आगे और फैलने से बचा लिया नही तो यह आग 4000 से 5000 झोपड़ों तक जा सकती थी। दो खुले मैदानों lar टेंट लगाकर फिलहाल उनके अस्थाई ठहराव की व्यवस्था की गई है।
आज दहिसर चेक नाका के तारा कंपाउंड के पास कृष्णा होटल में आग लग गई, पूरा का पूरा होटल आग के हवाले हो गया।वजह शार्ट सर्किट है या सिलिंडर ब्लास्ट..इसकी गहन जांच जारी है। मुंबई के बहुतेरे होटल फायर सेफ्टी नॉर्म्स के बिना ही जारी हैं, प्रशासन को इस पर सख्त ध्यान देने की आवश्यकता है।
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