मनपा चुनाव के चलते राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप का दौर तेज/ अबू आजमी पर बरसे मनसे प्रमुख राज ठाकरे/ अमित शाह ने कहा, असली शिवसेना भाजपा के साथ वापस आ गई
मुंबई महानगर पालिका के चुनाव की घोषणा कभी भी की जा सकती है। ऐसे में राजनेताओं का एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो चला है।
हाल ही में केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा शिवसेना पार्टी का नाम और सिंबल शिंदे समूह को दिए जाने के फैसले के बाद महाराष्ट्र में राजनीतिक कोहराम मचा हुआ है।
सपा के मुंबई प्रमुख एवम विधायक अबू आजमी ने एक टीवी चैनल से बात चीत में कहा कि महाविकास आघाड़ी का समर्थन उन्होंने सिर्फ शरद पवार की वजह से किया। शरद पवार के लिए अपशब्द भी कहे।
विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि अबू आजमी कौन है? उसने महाराष्ट्र के लिए क्या योगदान दिया है? यहां सभी पक्ष, सभी पार्टी के लोग अपना अपना देखें। महाराष्ट्र में क्या मतभेद है, वह हम लोग देख लेंगे। आजमी की हिम्मत कैसे हो जाती है जो शरद पवार के बारे में कुछ बोल सके। ऐसे लोगों को रास्ते में नंगा करके मारना चाहिए।
गृह विभाग राज्य सरकार के पास है, फिर क्यों ऐसे लोगों का बंदोबस्त नही होता? उद्धव ठाकरे को अड्डे हाथो लेते हुए राज ठाकरे ने कहा कि ऐसे(अबू आजमी) लोगों को आप म वि आ सरकार में जगह देते हो, आपको लाज नही आती?
अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री तीन दिवसीय महाराष्ट्र दौरे पर रहे। उन्होंने कार्यकर्ताओं की विशाल सभा में कहा , कि विधानसभा चुनाव २०१९ में सबसे बड़ी पार्टी कौन बनी ? सीटें किसकी ज्यादा आई? तो मुख्यमंत्री किसका बनना चाहिए था? हमे सत्ता का मोह नहीं है।
हमने सिद्धांतो के साथ समझौता नहीं किया। हिंदुहृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे की पार्टी शिवसेना सत्ता और कुर्सी के लिए शरद पवार सामने झुक गई थी। सिद्धांतो के साथ समझौता किसने किया ?
उन्होंने कहा कि अब शिंदे साहब की शिवसेना को असली नाम और सिंबल दोनो मिल गए हैं, उन्हे बधाई देता हूं। जो झूठ के दम पर हुंकार भरते थे, उन्हे सत्य क्या है, यह पता चल गया है।
२०१९ का चुनाव साथ लड़े। वह पार्टी के अध्यक्ष थे, मोदी जी की बड़ी फोटो हर जगह लगाई, उद्धव जी की छोटी फोटो लगाई थी या नही। देवेंद्र फडणवीस को ही नेता माना, हर सभा में यह बात हुई फिर चुनाव होने के बाद क्यों बदले?
उधर उत्तर भारतीयों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे ने भी शब्द बाण चलाए।
कांग्रेस के साथ जाने के लिए मुझे भाजपा ने मजबूर किया। गुलामी करना हमारे माता पिता ने नही सिखाया। आपने धनुष बाण चोरी जरूर किया है, लेकिन प्रभु श्रीराम चंद्र हमारे साथ हैं।
गद्दार लोग धनुष बाण के साथ मैदान में आएं। हमने भाजपा का साथ छोड़ा , हिंदुत्व नही छोड़ा है।
अन्याय के विरुद्ध लड़ना हमे बालासाहेब ने सिखाया है।
इनका हिंदुत्व पार्टी में ,परिवार में झगड़ा लगाकर सत्ता हासिल करना ही है।
भाजपा के पोस्टरों पर बालासाहेब की फोटो लगी होती थी।हमने तीस साल पहले भाजपा का तब साथ दिया जब साथ का छोड़ो, कोई बगल में खड़ा भी नहीं होता था। मोदी जी जो आज देश के प्रधानमंत्री हैं, उन्हे बालासाहेब ठाकरे ने सहारा दिया नही तो आज वह कहां होते? यह उन्हे भी पता है।
जिसने आपको बड़ा बनाया ,समय निकलने के बाद आपने उसके साथ क्या किया?
लड़ना है, तो मैदान में आइए, जनता निर्णय करेगी।
पी एम मोदी को महाराष्ट्र आने के लिए बालासाहेब का मास्क चाहिए। असली कौन है, लोग जानते हैं।
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