0 रूपल प्लास्टिक कंपनी के मैनेजर से रिक्शे में २२ लाख नकदी से भरा हैंडबैग छीनकर आरोपी फरार, जोगेश्वरी पुलिस ने किया गिरफ्तार, १० फरवरी तक मिली पुलिस रिमांड - Khabre Mumbai

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रूपल प्लास्टिक कंपनी के मैनेजर से रिक्शे में २२ लाख नकदी से भरा हैंडबैग छीनकर आरोपी फरार, जोगेश्वरी पुलिस ने किया गिरफ्तार, १० फरवरी तक मिली पुलिस रिमांड

चोरी करने के अलग अलग हथकंडे अब चोर अपनाने लगे हैं।

ताजा मामला अंधेरी पूर्व का है जहां रूपल प्लास्टिक कंपनी प्राइवेट लिमिटेड में मैनेजर के रूप में कार्यरत ६१ वर्षीय दिनेश हीरालाल ठक्कर रोज की भांति १ फरवरी को शाम ६:३० बजे कार्यालय बंद कर निकलते हैं। दिनेश ठक्कर कांदिवली के ठाकुर विलेज के निवासी हैं। वह रिक्शा लेकर अपने घर की ओर रवाना होते हैं। उनके पास २२ लाख १९ हजार ६०० रुपए  से भरा  बैग भी होता है।
रिक्शा मोगरा मेट्रो स्टेशन के पास पश्चिम द्रुतगति मार्ग से गुजरती है , जहां सिग्नल न होने से ट्रैफिक लग जाता है।
इसी ट्रैफिक में हेलमेट पहने और मास्क लगाए हुए स्कूटी पर एक व्यक्ति आता है और दिनेश के हाथ से वह बैग छीनने लगता है। दिनेश इसका विरोध करते हैं। रिक्शा ड्राइवर भी दिनेश का साथ देता है लेकिन इसी बीच अपराधी अपना दूसरा हाथ अपनी जेब में डालता है। 
दिनेश और रिक्शा ड्राइवर को लगता है कि वह कोई धारदार हथियार निकाल रहा है, इसलिए डर कर दोनो बैग छोड़ देते हैं।
बैग लेकर वह सड़क के डिवाइडर से निकलकर दक्षिणी मार्ग से निकल जाता है।

दिनेश अपनी कंपनी रूपल प्लास्टिक के मालिक से घटना बताते हैं। जिसके बाद साक्षीदार रिक्शा ड्राइवर के सहयोग से पूरी जानकारी एफआईआर के तहत जोगेश्वरी थाने में दर्ज कराई जाती है।

जोगेश्वरी पुलिस कई टीम बनाकर मामले की जांच करती है।
रूपल प्लास्टिक  कंपनी में दिनेश के सहकर्मियों से पुलिस टीम  पूछताछ करती है। 
एक कर्मचारी को शक में पाकर पूछती है।दूसरे एक व्यक्ति को मलाड में पूछताछ करती है।
दूसरी टीम रूपल प्लास्टिक से लेकर मोगरा स्टेशन के पास वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे तक के रास्ते की खाक छानते हुए सीसीटीवी फुटेज खंगालती है लेकिन मास्क और हेलमेट लगे होने से आरोपी को नही पहचान पाती।
घटना में प्रयुक्त स्कूटी का नंबर भी नही होता , अभियुक्त ने पूरा खयाल रखा कि सीसीटीवी के चलते कभी पकड़ में न आए।


मलाड का शक्श और रूपल कंपनी के एक कर्मचारी सख्ती से पूछे जाने पर सब उगल देते हैं, कैसे उन्होंने आर्थिक स्थिति के चलते अपने ही साथीदार दिनेश को लूटने का प्लान बनाया।  

इन दोनों कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया गया। तीसरे शक्श जो स्कूटर पर बैठकर इस घटना को असली जामा पहनाया ,उसे भी विरार परिसर से गिरफ्त में लिया गया है। जोगेश्वरी के वरिष्ठ पोलिस निरीक्षक सतीश विठ्ठल तवरे के नेतृत्व में इन अभियुक्तों को पकड़ा जा सका।

तीनों अभियुक्तों पर १२० बी, ३९२ के तहत एफआईआर संख्या  २४/२०२३ का मामला दर्ज  किया गया है।
अंधेरी पूर्व न्याय पालिका ने मामले की जांच १० फरवरी तक होने तक के चलते अपराधियों को पुलिस कस्टडी दे दी गई है।
तीनों अपराधियों की  उम्र ३० वर्ष, २८ वर्ष और ३० वर्ष है। पुलिस ने गहन पूछताछ के बाद २२ में से १९ लाख रुपए प्राप्त भी कर लिए हैं।




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