0 शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में कई अहम प्रस्ताव/ सावरकर को भारत रत्न, मराठी को क्लासिकल लैंग्वेज स्टेटस, भूमि पुत्रों को 80% नौकरी में संरक्षण , चर्चगेट स्टेशन का नाम बदलने जैसे कई प्रस्ताव शामिल - Khabre Mumbai

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शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में कई अहम प्रस्ताव/ सावरकर को भारत रत्न, मराठी को क्लासिकल लैंग्वेज स्टेटस, भूमि पुत्रों को 80% नौकरी में संरक्षण , चर्चगेट स्टेशन का नाम बदलने जैसे कई प्रस्ताव शामिल

कल एकनाथ शिंदे समूह को जिसे अब शिवसेना का असली नाम और पार्टी चुनाव चिन्ह भी दे दिया गया है,  की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक मुंबई के ताज प्रेजिडेंसी होटल में संपन्न हुई ।

शिवसेना के राज्य कैबिनेट मंत्री उदय सामंत ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि इस कार्यकारिणी बैठक में कई अहम प्रस्ताव लाए गए हैं जिसमें आंदोलनकारी स्वातंत्र्यवीर विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न दिए जाने का प्रस्ताव है।

 मराठी भाषा को क्लासिकल लैंग्वेज का दर्जा दिए जाने, भूमि पुत्रों को नौकरी में 80% संरक्षण मिलने, चर्चगेट स्टेशन को पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री चिंतामनराव देशमुख के नाम पर करने , दादा भूसे की देखरेख में अनुशासन समिति बनाए जाने,  छत्रपति शिवाजी महाराज की मां वीरमाता जीजाबाई, छत्रपति शिवाजी के पुत्र संभाजी महाराज , अहिल्याबाई होलकर को राष्ट्रीय नेता के रूप में सम्मानित करने जैसे प्रस्ताव शामिल हैं।

एकनाथ शिंदे ने अपनी स्पीच में इस बैठक में कहा कि वह यह भी प्रस्ताव रखते हैं , दोबारा कभी भी आदरणीय बाला साहब ठाकरे के विचारों से मतभेद रखने वाले किसी भी पार्टी के साथ कोई गठबंधन नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शिवसेना की उद्धव समूह से उन्हें किसी भी तरह की प्रॉपर्टी या फंड नहीं चाहिए , और ना ही वह इसकी कभी कोई मांग करेंगे। उन्होंने बालासाहेब ठाकरे के विचारों को ही अपनी प्रॉपर्टी माना है और उन विचारों सिद्धांतों के साथ ही आगे बढ़ते रहेंगे। 
उदय सामंत ने कहा कि  राष्ट्रीय कार्यकारणी की इस पहली बैठक में एकनाथ शिंदे को ही शिवसेना पार्टी का प्रमुख लीडर रखा गया और वही प्रमुख लीडर बने रहेंगे।


उल्लेख कर दें कि संसद भवन में शिवसेना को पार्टी कार्यालय सौंपे जाने का निर्देश भी जारी कर दिया गया है। 
सर्वोच्च न्यायालय पर सबकी नजरे टिकी हुई हैं।
उद्धव ठाकरे ने यहां तक कह दिया कि चुनाव आयोग भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है। इलेक्शन कमिश्नर्स का भी चुनाव कराकर चयन किया जाना चाहिए। यह चुनाव आयोग मनमानी कर रहा है। हमने उनके द्वारा मांगी गई सभी जानकारी उपलब्ध कराई, सारे दस्तावेज दिए लेकिन आयोग ने सब को इग्नोर कर दिया।
भाजपा चाहती है कि सभी पार्टियां इसी तरह खत्म हो जाएं जिससे आगे चलकर चुनाव की जरूरत ही न पड़े।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्हें अखिलेश यादव और ममता बनर्जी का कॉल आया था। सभी क्षेत्रीय पार्टियों को चिंता होनी भी चाहिए। जो हमारे साथ हो रहा है वह किसी के भी साथ हो सकता है। हमे एकजुट होकर इसका विरोध करना चाहिए।

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