0 मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की कैबिनेट मीटिंग जारी/ क्या दे सकते हैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा? आदित्य ठाकरे ने ट्विटर हैंडल एकाउंट से मंत्री शब्द हटाया/ संजय राउत ने दिए विधानसभा भंग होने के संकेत - Khabre Mumbai

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मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की कैबिनेट मीटिंग जारी/ क्या दे सकते हैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा? आदित्य ठाकरे ने ट्विटर हैंडल एकाउंट से मंत्री शब्द हटाया/ संजय राउत ने दिए विधानसभा भंग होने के संकेत

दो दिन पहले हुए विधान परिषद चुनाव के निष्कर्ष के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ी उथल पुथल मची हुई है।

एक ओर जहां राज्यसभा में करिश्मा करने के बाद फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा ने अपने पांचों उम्मीदवारों को विधान परिषद सदस्य बनाने में कामयाब रही वहीं महाविकास अघाड़ी में चिंता बढ़ गई है।

परसों शाम से ही मविआ सरकार में दूसरे बड़े नेता कहे जानेवाले एकनाथ शिंदे ३४ अन्य शिवसेना विधायको के साथ सूरत होटल पहुंच गए और काफी समय तक सभी के फोन भी पहुंच के बाहर हो गए।

कल दोपहर में मुख्यमंत्री ठाकरे ने वर्षा निवास पर कैबिनेट मीटिंग बुलाई पर शिंदे और उनके सहयोगी विधायक नही आए। उनको मनाने के लिए मिलिंद नार्वेकर और रवींद्र फाटक ने पहल की ,बातचीत की लेकिन कोई फायदा नही हुआ।

सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ठाकरे की भी बात एकनाथ शिन्दे से हुई पर एकनाथ ने कहा कि वह बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व को ही आगे बढ़ता देखना चाहते हैं, उन्ही के हिंदुत्व पर चलेंगे।  हमने शिवसेना नही छोड़ी है, मौजूदा राकांपा- कांग्रेस गठबंधन छोड़कर यदि भाजपा के साथ आ जाएं तो सब ठीक हो सकता है।


गौरतलब हो कि यह ३४ विधायको की संख्या अब ४०पहुंच गई है और ये सभी विधायक आज सुबह  फ्लाइट से गुवाहाटी  के रेडिसन ब्लू होटल पहुंच गए जहां भाजपा की सरकार है।
एकनाथ शिन्दे ने मीडिया बाइट में बताया है कि वह चाहते हैं कि शिवसेना,भाजपा के साथ मिलकर सत्ता चलाए। हम धर्मवीर आनंद दिघे, बालासाहेब के हिंदुत्व पर चलना चाहते हैं।

कल देर शाम कांग्रेस हाइकमान ने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को महाराष्ट्र में ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी दी। कमलनाथ भी आज मुम्बई पहुंच गए हैं और माना जा रहा है कि आज की इस वर्षा निवास पर हो रही बैठक में उनकी तरफ से भी अहम जानकारी आएगी।
४० विधायको के बागी हो जाने के बाद मविआ सरकार अल्पमत में आ गई है। ३३ विधायक शिवसेना से हैं जबकि ७ विधायक निर्दलीय हैं और इन सभी ने भाजपा को समर्थन देने की बात कही है। ऐसे में शिवसेना के महज 15 विधायक ही बचे हैं और शिवसेना लगातार इस प्रयास में है कि कहीं ये बचे विधायक न फूटने पाएं। कमलनाथ और नाना पटोले ने जानकारी दी कि  मुख्यमंत्री कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं , इसलिये वह वर्चुअल रूप से इस मीटिंग में हिस्सा ले रहे हैं। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल कोश्यारी भी कोरोना संक्रमित चल रहे हैं। वह कल ही दक्षिण मुंबई के निजी अस्पताल में दाखिल किए गए हैं।

उद्धव ठाकरे ने शिन्दे की शर्त को मानने से इनकार कर दिया है। कल शिन्दे को विधानसभा के नेता पद से भी निष्कासित कर दिया गया। मुख्यमंत्री उद्धव ने कहा कि एकनाथ शिन्दे अच्छे दोस्त हैं और कई वर्षों से साथ मे काम कर रहे हैं। कांग्रेस- राकांपा भी सरकार में साथ हैं।

उधर संजय राउत ने विधानसभा भंग होने के संकेत दिए हैं। राउत ने कहा कि भाजपा को लगता है शिवसेना ताश के पत्तों की तरह बिखर जाएगी, पर वे याद रखेंगे शिवसेना में राख से भी उठकर खड़े होने की ताकत है। उन्होंने भूतपूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के उस डायलॉग को दोहराया जिस वक्त भाजपा की सरकार देश मे सिर्फ 1 मत न मिलने की वजह से गिर गई थी।

क्या उद्धव ठाकरे कुछ ही देर में इस्तीफा दे सकते हैं? क्या विधानसभा आज भंग हो रही है? क्या राज्यपाल कोश्यारी के पास सरकार बनाने का दावा भाजपा करने जा रही है? इन सब का जवाब भी वक्त ही देगा जिसमे अधिक वक्त अब नही रह गया है। 

राकांपा- कांग्रेस के साथ गठबंधन होने और २०१९ में  मविआ सरकार बनने के बाद से ही शिवसैनिकों में काफी रोष था पर आला नेतृत्व के सामने कुछ बोल नही पा रहे थे। ढाई साल से बना यह क्रोध का ज्वार आखिर अब फूट ही गया है। दो दिन पहले ही शिवसैनिकों ने  पार्टी का ५६ वां स्थापना दिवस मनाया है।

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