हिन्दू युवा सम्राट मनसे प्रमुख की हुंकार- मस्जिदों से लाउड स्पीकर हटाओ नही तो दुगुने स्पीकर में मनसे कार्यकर्ता बजायेंगे हनुमान चालीसा। मविआ को लिया आड़े हाथ
कल हिन्दू नव नव वर्ष व महाराष्ट्र के प्रसिद्ध पर्व गुड़ी पड़वा के अवसर पर दादर के शिवाजी पार्क में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की रैली थी।
इस पब्लिक मीटिंग में मनसे प्रमुख व हिंदू युवा सम्राट कहे जाने वाले राज ठाकरे ने मंच से कई वक्तव्य दिए। मौजूद राज्य की महा विकास आघाडी सरकार पर भी तंज कसा।
उन्होंने कहा कि 2019 के विधानसभा चुनाव के समय कई रैलियों में भाजपा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह सरीखे दिग्गज नेताओं ने यह कहा कि हमारे अगले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ही होंगे; उन सभाओं में उस वक्त उद्धव ठाकरे भी मौजूद थे लेकिन उन्होंने कभी कोई बयान नहीं दिया, किसी तरह की सीट शेयरिंग फार्मूले का जिक्र नहीं किया।
यह मुद्दा उद्धव ठाकरे ने तभी उठाया जब विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद उन्हें यह पता चला कि भाजपा अकेले सरकार नहीं बना सकती और इसके लिए शिवसेना का समर्थन आवश्यक है। राज ठाकरे ने अपने भाई और राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर बयान दिया कि शिवसेना, राकांपा, कांग्रेस ने राज्य की जनता द्वारा दिये मतादेश का सम्मान नही किया और तीनों ने मिलकर सरकार बना ली।
उन्होंने राकांपा प्रमुख व राज्य की मौजूद महा विकास आघाडी सरकार के प्रमुख संयोजक कहे जाने वाले शरद पवार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह जाति की राजनीति करके समाज को बांटने का काम लगातार कर रहे हैं। जनता सब कुछ जानती है । आगे राज ठाकरे ने कहा कि बांद्रा और बहराम पाड़ा में झोपड़पट्टीयों की आबादी बढ़ती जा रही है। वह केंद्र सरकार से निवेदन करते हैं कि इस पर भी ध्यान दें और यदि मदरसों- मस्जिदों पर भी जांच एजेंसियों का छापा पड़ा तो बहुत कुछ सामने आएगा, पुलिस सब कुछ जानती है।
राज ठाकरे ने आगे मंच से कहा कि मस्जिदों पर लगे लाउड स्पीकर की आवाज से ध्वनि प्रदूषण होता है । लाउडस्पीकर यदि नहीं हटाए गए तो मस्जिदों के सामने ही कार्यकर्ता दुगुने स्पीकर की आवाज के साथ हनुमान चालीसा पढेगे। वह किसी धर्म या प्रार्थना के विरोध में नहीं हैं लेकिन उन्हें अपने धर्म के प्रति अभिमान है।
उल्लेखनीय है कि राज पहले भी अपने आक्रामक रुख, मराठी अस्मिता के लिए चर्चित रहे हैं। परप्रांतियों के मुद्दे पर पहले से ही चर्चा में रहे राज ठाकरे ने अब हिंदुत्व को लेकर बड़ा बयान दिया है।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने किया था प्रतिबंधित
लाहाबाद हाई कोर्ट ने २०२० में पहले ही पहले ही मस्जिदों पर लगाए गए लाउड स्पीकर को असंवैधानिक करार देते हुए इन्हें हटाने का निर्देश दिया था लेकिन राजनीति के चलते खादी और खाकी दोनों ने ही इस आदेश का पालन नही होने दिया। न्यायमूर्तियों अजीत कुमार और शशिकांत गुप्ता ने कहा था कि अजान इस्लाम धर्म मे इबादत का हिस्सा है और उसके लिए लाउड स्पीकर से अजान देने का कोई नियम नही है और यह संवैधानिक नही है। ध्वनि प्रदूषण के नियमो का यह उल्लंघन है।
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर ने भी जिला मजिस्ट्रेट को शिकायत देकर यूनिवर्सिटी के निकट स्थित मस्जिद के लाउड स्पीकर को हटाए जाने की मांग की थी..उनका कहना था कि सुबह बहुत ही जल्दी जोर शोर से मस्जिद से आवाज शुरू हो जाती है जिससे नींद नही मिल पाती और उसका असर उनके लेक्चर पर पड़ता है, नींद नही मिलने से पढ़ाई पर इसका नकारात्मक असर होता है। मुम्बई के मानखुर्द में मराठी लड़की के द्वारा लॉउड़ स्पीकर का विरोध और बाद में हाईलाइट हुए उस मुद्दे की याद आज भी ताजा है।
मुम्बई में कई इलाकों में जैसे सायन कोलीवाड़ा, अंटोप हिल, वडाला, बांद्रा, जोगेश्वरी, मस्जिद, भायखला, माहिम, मानखुर्द आदि इलाकों में कई मस्जिदे हैं और उन पर लगे लाउड स्पीकरों की आवाज़ से विद्यार्थी, रोज काम और जानेवाले लोग, कंपनियों के कार्यालय, बैंक शाखाएं इन सभी के काम काज पर नकारात्मक असर पड़ता है। माइनॉरिटी वोट बैंक की राजनीति के चलते किसी भी तरह का एक्शन लेने से पुलिस बचती रही है।
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