कौन है जितेंद्र नावलानी? शिवसेना सांसद संजय राउत ने लगाया ईडी अधिकारियों पर हफ्ता वसूलने के आरोप/ चार ईडी अफसर हो सकते है गिरफ्तार- संजय राउत/ आजाद मैदान में भाजपा का आज ,नवाब मलिक के इस्तीफे को लेकर आंदोलन
कल शिवसेना से राज्यसभा सांसद और पार्टी मुखपत्र सामना के संपादक संजय राउत जी ने आरोप लगाया है कि प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी जिन जिन नेताओं के खिलाफ जांच कर रहे हैं, घरों पर और कार्यालयों में छापा मार रहे हैं ; उनसे मोटी रकम एक्सटॉर्शन के रूप में ले रहे हैं ।
संजय राउत ने खुलासा करते हुए कहा कि प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के अधिकारियों ने यूनाइटेड फासफॉरस, मानेसर फायर प्रोटक्शन सिस्टम , नीरका केमिकल, दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन , एचडीआईएल , अविनाश भोसले -महाराष्ट्र के बड़े ठेकेदारों में से एक, इन सभी पर छापेमारी की है।
इनमें से कुछ ने जितेंद्र नावलानी नाम के व्यक्ति की कम्पनीयों में पैसे ट्रांसफर किये हैं।
वे सभी बोगस कंपनियां हैं। संजय के अनुसार, वही लोग पैसे ट्रांसफर कर रहे हैं जिन पर ईडी अधिकारी छापेमारी कर रहे हैं।
एचडीआईएल ने नावलानी के कंपनी में १५करोड़ ट्रांसफर किये हैं। दीवान हाउसिंग ने २५ करोड़ किये हैं।
गौरतलब हो कि यह वे कम्पनियां हैं जो बैंक से लिया कर्ज नही भर पाई और डिफाल्टर घोषित हुईं, ऐसे में नावलानी की कम्पनी को इतनी मोटी रकम कैसे दे सकते हैं।
राउत ने दावा किया कि ईडी ने नावलानी को अपने आदमी के रूप में दिल्ली और मुम्बई के लिए इस्तेमाल किया है । वसूले गए पैसे का इस्तेमाल विदेशों में अधिकारियों के लिए प्रोपर्टी खरीदने के लिए किया जाएगा।
राउत ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता भी इस वसूली में शामिल हैं।
मुम्बई पुलिस में इसकी शिकायत हो गई है, चार अधिकारी के नाम दिए गए हैं और गिरफ्तारी भी हो सकती है। मुम्बई पुलिस ने जाँच भी शुरू कर दी है।
राउत ने आगे कहा कि किरीट सोमैया ने जब एचडीआईएल में अनियमितता को लेकर सवाल उठाए ,उसके बाद ही वसई प्रोजेक्ट में एचडीआईएल ने सोमैया के बेटे नील को पार्टनर बना दिया। हालांकि सोमैया ने इन आरोपो को खारिज कर दिया है।
संजय राउत ने कल यह आरोप तब लगाए हैं जब प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने सत्तासीन महा विकास अघाड़ी से जुड़े लोगों पर छापेमारी की है।
शिवसेना की युवा सेना के सदस्य राहुल कनल के बांद्रा घर पर छापेमारी की गई। कनल को राज्य पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे करीबी समझा जाता है।
अंधेरी के केबल ऑपरेटर व्यापारी संजय कदम के घर भी ईडी ने रेड की। कदम को राज्य के ट्रांसपोर्ट मंत्री अनिल परब के करीब माना जाता है।
पुणे के उप क्षेत्रीय ट्रांसपोर्ट अधिकारी बजरंग खरमते के यहाँ भी छापेमारी की गई। यह भी अनिल परब के विश्वस्त करीबी माने जाते हैं।
बजरंग के चार्टर्ड अकाउंटेंट के यहां भी छापेमारी की गई थी।
आश्चर्य यह भी है कि जिन पर भी कार्रवाई हो रही है ,कोई भी छापेमारी को गलत नही कह रहा है।
शिवसेना लीडर और पार्टी के फाइनेंसर समझे जानेवाले यशवंत जाधव के घर इनकम टैक्स का छापा पड़ा। उससे पहले नवाब मलिक- राज्य के अल्पसंख्यक मंत्री का कुर्ला की गोवावाला कंपाउंड जमीन खरीद प्रकरण में कुख्यात आतंकी दावूद इब्राहिम का गिरोह और काम काज मुम्बई में चलाने वाली उसकी बहन हसीना पारकर को ५५ लाख रुपये दिए जाने का मामला सुर्खियों में आया है।
आतंकी फंडिंग करने के मामले में नवाब मलिक की कस्टोडियाल जाँच जारी है। प्रमुख विरोधी पार्टी भाजपा रोज आंदोलन कर रही है कि ऐसे राष्ट्र विरोधी काम करनेवाले नेता का मंत्री पद से इस्तीफा लिया जाए।
आज भी विरोधी पक्ष नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में कई दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में आजाद मैदान में नवाब मलिक के इस्तीफे की मांग को लेकर आंदोलन करने जा रहे हैं।
आघाड़ी सरकार के गृहमंत्री अनिल देशमुख पहले ही पूर्व मुम्बई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा १०० करोड़ हर महीने हफ्ता वसूलने के टारगेट पुलिस को देने के आरोप लगाए जाने के बाद इस्तीफा दे चुके हैं और जांच जारी है।
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