आईपीएस संजय पांडे को मुंबई पुलिस आयुक्त का पद /हेमंत नगराले बने राज्य सुरक्षा दल(स्टेट सिक्युरिटी कॉर्पोरेशन) के महानिदेशक
1986 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी श्री संजय पांडे जी को मुंबई में पुलिस महकमे के सर्वोच्च अधिकारी के रूप में नई कमान दी गई है।
(वरिष्ठ आईपीएस- संजय पांडे- नवनियुक्त मुम्बई पुलिस आयुक्त)
इससे पहले अब तक वह पिछले 10 महीनों से राज्य में पुलिस महानिदेशक कार्यभार संभाल रहे थे । एप्रिल 2021 से वह एक्टिंग डीजीपी के रोल में थे । वर्तमान पुलिस आयुक्त रहे हेमंत नगराले को महाराष्ट्र स्टेट सिक्योरिटी कॉरपोरेशन का महानिदेशक नियुक्त किया गया है। यह पोस्टिंग तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है।
गौरतलब हो कि 1 वर्ष के अंदर ही मुंबई पुलिस में तीन अधिकारी आयुक्त के पद पर आसीन हो चुके हैं । परमवीर सिंह को अपने पद से हटना पड़ा था क्योंकि उनके पुलिस विभाग के अंदर वरिष्ठ अधिकारी और निरीक्षक सचिन बजे पर भ्रष्टाचार के आरोप और एंटीलिया प्रकरण में मनसुख हत्याकांड से तार जुड़े होने के चलते इस्तीफा देना पड़ा और जेल का रुख करना पड़ा। परमबीर भी अब पुलिस महकमे से बाहर हैं और उन पर कई जांच चल रहे हैं।
तत्कालीन पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह ने तत्कालीन राज्य गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ की वसूली का आरोप भी लगाया। उन्होंने लिखित पत्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से यह कहा था की पुलिस अधिकारियों को 100 करोड़ हर महीने वसूली का टारगेट राज्य के गृह मंत्री के द्वारा दिया गया है ।
इस प्रकरण के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा ।तत्कालीन राज्य के गृह मंत्री व राकांपा लीडर अनिल देशमुख को भी इस्तीफा देना पड़ा। परमवीर सिंह को भी अपने पद से हटना पड़ा जिसके बाद हेमंत नगराले वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी को मुंबई पुलिस की कमान सौंपी गई। इससे पहले तक नागराले राज्य पुलिस को हेड कर रहे थे।
अभी हाल ही में १९ फरवरी को श्री संजय पांडे जी को एक्टिंग डीजीपी के कार्यभार से पद मुक्त किया गया और 1988 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रजनीश सेठ को पुलिस महानिदेशक की कमान दी गई। यह फैसला मुम्बई उच्च न्यायालय द्वारा राज्य सरकार को सोमवार 21 फरवरी तक नए महानिदेशक की नियुक्ति को लेकर आधिकारिक फैसले की डेडलाइन दिए जाने के बाद लिया गया। मुम्बई उच्च न्यायालय ने कहा था कि संघ लोक सेवा आयोग यानी यूपीएससी द्वारा प्रस्तावित तीन नामों में से एक का चयन किया जाए इसके बाद रजनीश शेठ को चुना गया। यह बता देना जरूरी है कि रजनीश शेठ मुंबई पुलिस में जॉइंट सीपी की भी भूमिका निभा चुके हैं। श्री संजय पांडे जी ने अपनी पोस्ट के जरिए इस ट्रांसफर के बाद यह भी कहा था कि उनके कैरियर के साथ न्याय नहीं किया गया ।
पुलिस अधिकारी की छवि में वह बेहतरीन काम कर चुके हैं। उन्होंने अपने करियर में पुलिस वालों की जीवन श्रेणी का स्तर ऊपर लाने, लंबे समस्य से चल रही पालिसी में सुधार करने का काम किया।
कौन हैं संजय पांडेय
मुंबई में ३० सितंबर १९६२ को जन्मे ६० वर्षीय संजय पांडे ने आई आई टी कानपुर से IT में इंजीनिरिंग की डिग्री ली और १९८६ बैच के महाराष्ट्र कैडर के आई पी एस अधिकारी बने। कई कॉरपोरेट कंपनियों में अपनी IT क्षेत्र में मनीषी होने के चलते टेंडरिंग प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। १९९३ के दंगों के समय बतौर पुलिस उपायुक्त उन्होंने धारावी क्षेत्र में कोई अप्रिय घटना न होने पाए, इसकी महत्वपूर्ण जवाबदेही तय की थी और जिसके लिए उनके कौशल को खूब सराहा गया था।
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