स्पेशल पी एम एल ए कोर्ट ने महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री मलिक को भेजा ३ मार्च तक ईडी की हिरासत में/ अंडरवर्ल्ड डॉन दावूद की बहन हसीना पारकर के साथ कुर्ला की जमीन खरीद में शामिल होने का आरोप
जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र की कैबिनेट में अल्पसंख्यक मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग फ्रॉड मामले में विशेष पी एम एल ए न्यायालय ने 3 मार्च तक प्रवर्तन निदेशालय की कस्टडी में भेज दिया है।
इसके पहले अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक को सुबह 7:00 बजे प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के अधिकारियों ने घर से उठाया और बैलार्ड पियर स्थित अपने कार्यालय में 8 घंटे की पूछताछ की जिसके बाद उन्हें जेजे अस्पताल में मेडिकल के लिए ले जाया गया। इसके ठीक बाद ही उन्हें मुंबई के सेशन कोर्ट ले जाया गया जहां स्पेशल पीएमएलए कोर्ट में न्यायाधीश सुरेश रोकड़े के सम्मुख सुनवाई की। ईडी की तरफ से सरकारी वकील अनिल सिंह ने पैरवी की। सुनवाई के बाद विशेष न्यायालय ने नवाब मलिक को 3 मार्च तक ईडी की हिरासत में सौंप दिया है।
क्या है जमीन खरीद का मामला :
मुम्बई के कुर्ला स्थित गोवा वाला कम्पाउंड में जमीन खरीद के मामले में नवाब मलिक की गिरफ्तारी हुई है। इस जमीन की कीमत 300 करोड़ की आंकी गई है, जिसके लिए नवाब मलिक ने 2005 में सिर्फ 55 लाख रुपए दिए थे और इस खरीद के लिए उन्होंने अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के सहयोग से किया था। गौरतलब हो कि मुंबई महानगर में दाऊद इब्राहिम के लिए उसकी बहन हसीना पारकर ही काम करती थी जो अब इस दुनिया में नहीं है। गोववाला कंपाउंड बहुत ही मौके पर मौजूद है कुर्ला स्टेशन नजदीक है थोड़ी ही नजदीक में कुर्ला बस डिपो भी है, इस जमीन के एक हिस्से में फिनिक्स मॉल भी मौजूद है। गोल वाला कंपाउंड के कुछ हिस्सों में कई परिवार बसते भी हैं। इस तरह महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी होने के नाते यह जमीन की कीमत भी बहुत ज्यादा है।
इसी महीने के शुरुआत में राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने दाऊद इब्राहिम के सहयोगियों पर अवैध रूप से आतंकी संगठन को वित्तीय सहायता देने के विरोध में मामला दर्ज किया था। शुरुआत में इस जमीन खरीद से संबंधित कोई प्राथमिक जानकारी नहीं मिली थी ,बाद में इस मामले की जानकारी होने पर प्रवर्तन निदेशालय ने जांच शुरू की और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में आज अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक को पुख्ता सबूतों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है।
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के अनुसार, कुर्ला के इस गोवा वाला कंपाउंड के प्रॉपर्टी का हक दाऊद इब्राहिम के खास सहयोगी और हसीना पारकर के ड्राइवर रहे सलीम पटेल ने अपने नाम कर लिया था जबकि वह इस जमीन का असली मालिक नहीं था जबकि वह जमीन मरियम के नाम थी। जब मरियम को पता चला कि जमीन का सौदा हो गया और उन्हें एक रुपया नही मिला तब उन्होंने ईडी को इसकी शिकायत कर दी।
2005 में नवाब मलिक ने दावूद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर को ₹55 लाख दिए और यह पूरी जमीन उन्होंने खरीद ली ।आरोप यह है कि इस तरह से नवाब, दाऊद इब्राहिम के गैंग को वित्तीय सहायता प्रदान कर रहे थे।
दाऊद इब्राहिम के खास इकबाल कासकर को पिछले हफ्ते ही इसी तरह के मल्टीपल रेड के बाद गिरफ्तार किया गया था।
कुछ सबूत यह दर्शाते हैं की पैसे के लेनदेन में दाऊद इब्राहिम के सहयोगी और नवाब मलिक के बीच ट्रांजैक्शन हुए हैं । एजेंसी ने नवाब मलिक के घर पर तलाशी भी ली जिसके बाद उन्हें दक्षिण मुंबई स्थित बैलार्ड पियर कार्यालय ले जाकर घंटों की पूछताछ भी की गई ,5 घंटे से अधिक के पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। एक अधिकारी के अनुसार नवाब मलिक ने कई प्रश्नों के जवाब समुचित रूप से नहीं दिए और पूरी तरह सहयोग नहीं किया जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया।
नवाब मलिक पांच बार विधायक रह चुके हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी वर्तमान में महाराष्ट्र के अंदर महा विकास आघाडी सरकार की प्रमुख सहयोगी पार्टी है और इस वक्त नवाब मलिक राज्य की कैबिनेट मंत्रालय में अल्पसंख्यक मंत्री हैं। पिछले कई समय से वह भाजपा के खिलाफ बोलते रहे हैं और बहुत ज्यादा विरोध करने के कारण वह विपक्षी पार्टी भाजपा के निशाने पर भी रहे हैं ।
हाल ही में ड्रग के मामले में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की एंटी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा गिरफ्तारी किए जाने के बाद रीजनल डायरेक्टर समीर वानखेडे के भी खिलाफ नवाब मलिक ने काफी कुछ बोला था। उन्होंने यह भी कह दिया था कि समीर वानखेडे को 1 साल के भीतर जेल पहुंचाएँगे, हालांकि यह बात अलग है कि अब उन्हें खुद ही ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है।
पिछले सप्ताह प्रवर्तन निदेशालय ने दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना की मुंबई स्थित घर पर भी रेड डाली थी इस मनी लॉन्ड्रिंग के संबंध में ही उन्होंने दाऊद के भांजे और करीबी रिश्तेदार अलीशा पारकर , इनके अलावा छोटा शकील के करीबी कुरैशी और सलीम फ्रूट से भी पूछताछ की थी।
भाजपा का पलटवार - हुई आक्रमक
भारतीय जनता पार्टी से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रहे देवेंद्र फडणवीस जो अब सदन में विरोधी पक्ष नेता हैं, ने कहा है की नैतिकता के आधार पर अब नवाब मलिक को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। भाजपा के कार्यकर्ता कल महा विकास आघाडी के विरोध में मोर्चा भी निकालेंगे।
62 वर्षीय नवाब मलिक को हालांकि विशेष न्यायालय ने इस बीच घर से बना हुआ खाना और दवाइयां लेने की इजाजत दे दी। कल इस पर कोर्ट की तरफ से सुनवाई होगी कि 3 मार्च तक कि इस कस्टडी के दरमियान वह अपने वकीलों से मुलाकात कर सकते हैं।
महा विकास आघाडी में मुख्यमंत्री के बाद दूसरे बड़े कद के नेता और शिवसेना से राज्यसभा सदस्य संजय राऊत ने बयान दिया कि नैतिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है। महाराष्ट्र में मंत्री को बिना किसी सूचना के उसके घर से ई डी जैसी एजेंसी गिरफ्तार कर लेती है ;जिसके लिए उन्हें कोई सूचना नहीं दी जाती इससे यह पता चलता है कि केंद्र सरकार बदले की भावना से कार्यवाही करवा रही है लेकिन हम इन सब से डरने वाले नहीं हैं। रावण और कंस भी मारे गए थे , यही हिंदुत्व है।
सूत्रों के अनुसार ईडी ने नवाब मलिक को समन भेजा था ताकि पूछताछ के लिए वह उपस्थित रह सके । एजेंसी पहले ही रजिस्टर किए हुए इस मामले में दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस , इकबाल, सहयोगी छोटा शकील और अन्य लोगों के खिलाफ जांच कर ही रही है।
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