0 उत्तर प्रदेश चुनाव- ५८ सीटों पर आज मतदान /हिंदुत्व, कृषि कानून, जाट असंतोष रहेंगे आज के मतदान के लिए आधार। - Khabre Mumbai

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उत्तर प्रदेश चुनाव- ५८ सीटों पर आज मतदान /हिंदुत्व, कृषि कानून, जाट असंतोष रहेंगे आज के मतदान के लिए आधार।

यूपी राज्य चुनाव के प्रथम चरण का आगाज हो गया है।

आज ५८ विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है।
शामिल, गाज़ियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, मथुरा, बुलंदशहर,अलीगढ़, आगरा, हपुर समेत अन्य जिलों में आज मतदान सम्पन्न होगा।
पिछली बार इन ५८ सीटों में से भाजपा ने ५३ सीटें जीती थीं  जबकि  सपा, बसपा को २-२ और आर एल डी को एक सीट से संतोष करना पड़ा था।

भाजपा ने २०१३ में हुए मुजफ्फरनगर के दंगों को बखूबी हाइलाइट करते हुए हिंदुत्व का मुद्दा उठाया था। आज के इन सीटों में अधिकांशतः मुस्लिम वोट बैंक अधिक हैं और मन जाता है कि माइनॉरिटी वोट का समर्थन सपा आरएलडी गठबंधन को अधिक है इसलिए भाजपा ने मतों के ध्रुवीकरण की पुरजोर कोशिश की है और इसका फायदा भाजपा को २०१४ , २०१७, २०१९ के लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव में भी हुआ ।

इन क्षेत्रों में गन्ने की कीमत और शक्कर की मिलों का मुद्दा भी है। भाजपा का दावा है कि योगी सरकार ने गन्ना- किसानों को बकाया राशि दे दी है और चीनी मिलों को भी शुरू कर दिया गया है।

मथुरा के लिए भी भाजपा ने आवाज उठाई है। जिस तरह अयोध्या में भव्य मंदिर बन रहा है और काशी विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोंद्धार हुआ है- उसी तरह मथुरा में भी विकास करने की बात कह रही है।

चुनाव का यह चरण और आगामी १४ फरवरी के चुनाव पर कृषि कानून के रद्दीकरण का असर दिखेगा। भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत ने दिल्ली सीमा पर जो अनशन किया उसमें इस इलाके के लोगों ने भी सहभागिता दिखाई थी।

गुज्जर समाज के लोगों का गुस्सा भी इस चुनाव पर असर दिखा सकता है जिसमे उनकी मांग रही है कि जेवर अंतरराष्ट्रीय विमान तल का नाम महाराज मिहिर भोज के नाम पर रखा जाए।
गुज्जर समाज भाजपा के साथ खड़ा होता आया है पर इस बार राजपूतों के समर्थन में भाजपा के होने से परिणाम कुछ अलग हो सकता है।

अलीगढ़, बुलंदशहर और हपुर के इलाकों में लोध राजपूतों के वर्चस्व का फायदा भाजपा को मिल सकता है। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का कुछ महीने पूर्व हुए निधन से भाजपा को भावनात्मक सहारा मिलता दिख सकता है।

कोरोना की दूसरी लहर के चलते कइयों की दुर्भग्यपूर्ण मृत्यु, सैकड़ो लोगो की नौकरी का छूटना, कइयों का दूसरे स्थान पर चले जाने जैसी घटनाओं का भी असर इस चुनाव पर पड़ेगा, ऐसा जानकारों का मानना है।

दिग्गज नेताओं की लगी है साख:

मंत्री सुरेश राणा(थाना  भवन);  श्रीकांत शर्मा (मथुरा);  कल्याण सिंह भूतपूर्व मुख्यमंत्री के नाती संदीप सिंह(अतरौली);  पूर्व उत्तराखण्ड राज्यपाल बेबी रानी मौर्य( आगरा ग्रामीण);  केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज (नोएडा) से खड़े हैं।
कैराना से समाजवादी पार्टी के विवादित  नेता नाहिद हसन  जो अभी जेल भी भेजे गए थे, उनके खिलाफ भाजपा ने मृगांका सिंह को उतारा है।



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