0 अहमदाबाद में हुए २००८ के सीरियल ब्लास्ट मामले में विशेष अदालत ने ३८ लोगों को दिया मृत्युदंड ,11 लोगों को आजीवन कारावास/ ७००० पन्नो की है ब्लास्ट मामले में जजमेंट कॉपी - Khabre Mumbai

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अहमदाबाद में हुए २००८ के सीरियल ब्लास्ट मामले में विशेष अदालत ने ३८ लोगों को दिया मृत्युदंड ,11 लोगों को आजीवन कारावास/ ७००० पन्नो की है ब्लास्ट मामले में जजमेंट कॉपी

अहमदाबाद की विशेष अदालत के न्यायाधीश  ए आर पटेल ने कल  अहम फैसला देते हुए 2008 में हुए सीरियल ब्लास्ट मामले में ३८ लोगों को फांसी और ११ लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।


फैसले से जुड़े ७००० से अधिक पन्नो का जजमेंट देश के  बहुत ही कम मामलों में से एक और ऐतिहासिक है।
कुल ४८ अभियुक्तों पर २.८५ लाख का फाइन, २.८८ लाख का एक अभियुक्त पर फाइन लगाया गया। तमिलनाडु की टाडा न्यायालय ने 1991 में हुई राजीव गांधी हत्याकांड मामले में सभी दोषियों पर आर्थिक जुर्माना की सजा के अतिरिक्त मामले में २६ लोगों को मृत्युदंड की सजा सुनाई गई थी।

भा द सं की धारा ३०२ , धारा १०, धारा १६ (१) (a) (b) की अन्यायिक गतिविधि रोकथाम कायदा के तहत इन सभी को फांसी की सजा सुनाई गई है।

 पीडित परिजनों को सहायता राशि घोषित:

सीरियल ब्लास्ट मामले में मृतक के परिजनों को १ लाख, गंभीर रूप से घायल के परिजनों को पचास हजार और न्यूनतम चोंटे, माइनर इंजरी वालों के परिजनों को २५ हजार की सहायता राशि भी न्यायालय ने घोषित की।

     कौन थे मुख्य आरोपी:

दोषियों में मध्य प्रदेश निवासी सफदर नागोरी, ,गुजरात निवासी कुयुमुद्दीन कपाड़िया, जाहिद शेख, शमशुद्दीन शेख आदि शामिल थे।
नागोरी और जाहिद शेख ब्लास्ट की सामग्री के लिए फण्ड जुटाने का काम करते थे , इसके अतिरिक्त वे दोनों स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया के अवैध गतिविधियों के लिए भी सक्रिय रूप से काम कर रहे थे।
कपाड़िया फेक सिम कार्ड, फेक दस्तावेज बनाकर और हासिल कर फेक पहचान पत्र बताकर होटलों में ठहरता था। ये सभी अभियुक्त कल फैसला सुनाए जाने के दरम्यान ऑनलाइन वीडियो के माध्यम से साबरमती सेंट्रल जेल, तिहाड़ जेल ,  भोपाल जेल, मुम्बई, गया, बेंगलोर, केरल के जेलों में मौजूद थे।

फैसले के बाद सरकारी वकील का बयान:

फैसले के बाद  सरकारी वकील अमित पटेल ने प्रेस वार्ता में कहा कि देश मे अब तक के रिकॉर्ड में इस मामले में सबसे अधिक लोगों को मौत की सजा सुनाई गई है।

 सीरियल ब्लास्ट मामले में कोर्ट ट्रायल का इतिहास:

आपको बता दें, कि कोर्ट ने ७७ अभियुक्तों के खिलाफ  दिसम्बर २००९ में ट्रायल शुरू किया। बेला त्रिवेदी इस मामले में सुनवाई करने वाली पहली न्यायाधीश रहीं  जिनके कोर्ट में १५ फरवरी २०१० के दिन इन अभियुक्तों पर चार्ज लगाए गए। ८ अन्य न्यायाधीशों ने भी इसमें सुनवाई की है। न्यायाधीश बेला त्रिवेदी वर्तमान में  सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीश के पद पर कार्यरत हैं।

 विशेष न्यायाधीश ए आर पटेल , १४ जून २०१७ से इस मामले को देख रहे थे। चार अन्य दोषियों को बाद में गिरफ्तार किया गया पर उन पर अभी कोर्ट ट्रायल नही शुरू किया जा सका है।

(अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट-२००८: फाइल फोटो)

२००८ के इस सीरियल ब्लास्ट में अहमदाबाद के सिविल अस्पताल,  अहमदाबाद महानगर पालिका संचालित एल जी अस्पताल,  कई बसों, पार्क की गई मोटरसाइकिल ,  कारों में ब्लास्ट हुए थे। घटना के अगले ही एक दो दिन में  सूरत से २९ जिंदा बम पाए गए थे। इस घटना से गुजरात समेत पूरा देश दहल गया था। इस घटना में ५६ बेकसूर नागरिकों की मौत हुई थी जबकि २०० से अधिक नागरिक घायल हुए थे।

(सिविल अस्पताल में हुए ब्लास्ट के बाद अहमदाबाद पुलिस जांच पड़ताल करते हुए- फाइल फोटो)


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