यूपी के पांचवे चरण- चुनाव होंगे कल, 11 जिलों के 60 विधानसभा में होना है चुनाव।
देश के सबसे ज्यादा विधानसभा वाले राज्य उत्तर प्रदेश में चुनाव का मौसम अब अपने पांचवे चरण में हैं।
कल रविवार को पांचवे चरण का चुनाव अवध क्षेत्र के 11 जनपद में लगभग ६० विधानसभा क्षेत्रों में सम्पन्न होने जा रहा है, जिसके लिए कल शुक्रवार को प्रचार थम गया है।
प्रयागराज, अयोध्या(पूर्व में फैजाबाद), देविपाटम जैसे अवध के क्षेत्र में चुनाव कल होनेवाला है। कुछ महत्वपूर्ण जिले जैसे अमेठी, प्रयागराज, कौशाम्बी, प्रतापगढ़ , अयोध्या में कल मतदान किया जाएगा।
कुछ पिछड़े क्षेत्र जैसे बहराइच, श्रावस्ती जैसे इलाकों में भी मतदान होगा।
कैसा रहा पिछले चुनाव में इस क्षेत्र का रिस्पांस-
पिछली विधानसभा २०१७ चुनाव में भाजपा को ६० में से ४४ सीटे मिली थी। तीन अन्य सीटे भाजपा की सहयोगी अपना दल ने जीती थीं जबकि सपा को ६ और बसपा को सिर्फ ३ सीटें मिल सकी थीं। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को महज रामपुर खास की एकमात्र सीट से संतोष करना पड़ा था और निर्दलीय रूप से कुंडा से हमेशा की तरह रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया व बाबागंज से विनोद सरोज को को जीत हासिल हुई थी।
इन क्षेत्रों में पिछड़े समाज विशेषकर कुर्मियों, शेड्यूल कास्ट से पासी वर्ग, सवर्णों - ब्राह्मण, ठाकुर और मुस्लिम वर्ग का समीकरण हावी रहा है।
सवर्णों का समर्थन भाजपा के पक्ष में रहा है जबकि माना जाता है कि मुस्लिम समुदाय सपा को पसंद करता रहा है, ऐसे में पिछड़े वर्ग और शेड्यूल कास्ट के लोग कई विधानसभा में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। गैर यादव ओबीसी समाज पर भाजपा और सपा अपना अपना असर होने का दम्भ भरते रहे हैं, इसकी परीक्षा भी इस चरण में होने वाली है।
बसपा नेता इंद्रजीत सरोज जो इस बार सपा के टिकट पर लड़ रहे हैं ,उनके लिए भी परीक्षा की घड़ी होगी।
भाजपा कोरोना के समय मे मुफ्त टीकाकरण, महीने में दो बार मुफ्त में गरीब जनता को राशन, मुफ्त आवास, शौचालय, किसान सम्मान निधि आदि महत्वपूर्ण वायदे निभाने के मुद्दे पर लड़ रही है।
कौन से हैं मुख्य दांव:
मुख्य सीट में सिराथू से उपमुख्यमंत्री और चर्चित ओबीसी वर्ग के नेता केशव प्रसाद मौर्य लड़ रहे हैं जहां आरएसएस और बजरंग दल का गढ़ है। उनके विरोध में सपा सहयोगी अपना दल(क) से पल्लवी पटेल मैदान में हैं, यहां उनके प्रचार के लिए सपा ने पूरी ताकत झोंक दी।कल शुक्रवार को पटेल के प्रचार में सपा सांसद जया बच्चन, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी व पूर्व सांसद डिम्पल यादव ने भी शिरकत की थी।
भाजपा से केशव प्रसाद मौर्य के समर्थन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह स्टार प्रचारक रहे।
(बीते गुरुवार भाजपा ने अयोध्या में रोड शो किया)
अयोध्या की चार सीटें, भाजपा के लिए अहम हैं क्यों कि २०१९ में राम मंदिर निर्माण को लेकर सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद यहां पहली बार चुनाव हो रहा है। पिछले पांच साल में मुख्यमंत्री योगी तकरीबन ४५ बार अयोध्या आ चुके हैं। कल शुक्रवार को रामलला के दर्शन हेतु भी सीएम आए थे।
अमेठी कॉंग्रेस का गढ़ रहा है जबकि २०१९ में भाजपा ने इस रिकॉर्ड पर विराम लगाया था। शुक्रवार को यहां राहुल और प्रियंका गांधी दोनों ही यहां प्रचार करते नजर आए थे।
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