यूपी की राजनीति से केंद्र में हड़कंप, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लड़ेंगे गृह क्षेत्र से चुनाव/नवाब मलिक ने कहा- सपा के साथ लड़ेंगे यूपी चुनाव, बातचीत जारी/अब तक 17 भाजपा विधायकों ने छोड़ी पार्टी, थामा सपा का दामन।
यूपी में सात चरणों मे होने जा रहे फरवरी महीने से चुनाव को लेकर पूरे देश मे राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है। 7 मार्च तक चुनाव सम्पन्न होंगे और 10 मार्च को मतगणना भी हो जाएगी।
बीते सप्ताह में योगी कैबिनेट में मंत्री और पडरौना के विधायक स्वामी प्रसाद मौर्य के भाजपा से इस्तीफे के बाद अन्य मंत्री धरम सिंह सैनी के त्यागपत्र के बाद सपा जॉइन करने, सात अन्य विधायक भी भाजपा छोड़कर सपा में शामिल हो गए।कुल मिलाकर अगले महीने शुरू हो रहे चुनाव से फके 17 विधायक भाजपा से सपा खेमे में चले गए हैं।
स्वामी का कहना है कि भाजपा ने दलित, अन्य शोषित समाज, माइनॉरिटी, बेरोजगार और सूक्ष्म- लघु उद्यमियों की उपेक्षा की है इसलिए वह नाराज होकर पार्टी छोड़ रहे हैं। उनका इस्तीफा राजभवन ले जाने वाले विधायक रोशनलाल वर्मा, बृजेश प्रजापति, मुकेश वर्मा, विनय शाक्य, भगवती सागर सहित अन्य भी सपा में जा चुके हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य गैर यादव दलित समाज का बड़ा चेहरा हैं और उनका प्रभाव ऊंचाहार, रायबरेली सहित अन्य क्षेत्रों में भी माना जाता है।जानकारों की माने तो लगभग 100 सीटों पर भाजपा को सिर्फ स्वामी मौर्य के कारण संकट का सामना करना पड़ सकता है।
अब किसी भाजपा विधायक को सपा में नही लेंगे- अखिलेश यादव
अखिलेश ,सपा पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा जिसे चाहे टिकट दें, न चाहे न दे लेकिन वह अपनी पार्टी में अब किसी भाजपाई नेता को शामिल नही करेंगे।
दूसरी ओर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को निर्देश दिए हैं कि रूठे नेताओं को मनाया जाए। केपी मौर्य ने कहा है कि स्वामी जी बैठकर बात करें, अपनी बात रखें। अक्सर जल्दबाजी में लिए फैसले गलत होते हैं। उनके शब्दों में आदरणीय बड़े भाई स्वामी प्रसाद मौर्य ने किन कारणों से इस्तीफा दिया, यह तो नही जानता हूँ लेकिन अक्सर जल्दबाजी में लिए फैसले गलत होते हैं।
इधर महाराष्ट्र कैबिनेट में अल्पसंख्यक मंत्री एवं राकांपा के प्रवक्ता नवाब मलिक ने बयान दिया है कि जनता भाजपा के एक विशेष धर्म को बढ़ावा देने के रवैये से नाराज है इसलिए नेता जा रहे हैं, अभी अन्य इस्तीफे आएंगे।
मलिक ने कहा है कि उनकी बात सपा नेताओं से हो रही है और यूपी चुनाव वह सपा के साथ मिलकर लड़ने जा रहे हैं।एक सीट पर मिलकर लड़ना तय हो चुका है, अन्य सीटों पर बात चीत जारी है।
हाल ही में यूपी भाजपा इकाई ने पहले चरण में होने वाले चुनाव के मद्देनजर नेताओं की सूची जारी की है जिसमे ओबीसी, दलित समाज के लोगो को प्रधानता दी गई है।
No comments
Post a Comment