तो क्या समा जाएगा नरीमन पॉइंट, मंत्रालय समुद्र में- २०५० तक दक्षिण मुम्बई के 80 प्रतिशत इलाके होंगे जलमग्न- मनपा आयुक्त चहल
कल शुक्रवार को पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के द्वारा क्लाइमेट एक्शन प्लान और उसके वेबसाइट का उद्घाटन समारोह सम्पन्न हुआ । इस कार्यक्रम में मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल भी मौजूद रहे।
चहल ने चेतावनी दी कि यदि हम पर्यावरण को गंभीरता से नही लिए तो अगले २५ से ३० वर्षों में ही दक्षिण मुम्बई के प्रमुख इलाके जैसे नरीमन पॉइंट, मंत्रालय, कफ परेड जैसे क्षेत्र जल स्तर बढ़ने के कारण समुद्र में समा जाएंगे। ये नाम सिर्फ इतिहास में रह जाएंगे।
(प्रतीकात्मक दृश्य- मरीन ड्राइव)
उन्होंने कहा कि पिछले इतने वर्षों लगभग १२९ वर्ष बाद निसर्ग चक्रवात मुम्बई में टकराया था जिसके बाद बीते १५ महीनों में ३ तूफान आए हैं। हाल ही में आए ताऊते तूफान को हम अब तक नही भुला सके हैं। मुम्बई ने विरोधी परिस्थितियों का डटकर सामना किया है।
दक्षिण मुम्बई पूरे एशिया में क्लाइमेट एक्शन प्लान तैयार करनेवाला पहला शहर है। इस एरिया को मनपा वार्ड ए, बी, सी और डी कवर करते हैं।
चहल ने कहा कि प्रकृति हमे बार बार चेतावनी दे रही है और यदि हम नही संभले तो सिर्फ आनेवाली पीढ़ी ही नही, बल्कि वर्तमान पीढ़ी भी इसका परिणाम भुगतेगी ,क्योंकि २५-३० साल बहुत दूर नही है।
यह जलवायु कार्य योजना (क्लाइमेट एक्शन प्लान) ६ सेक्टर में काम करेगी।
* वेस्ट मैनेजमेंट( कचरा प्रबंधन)
* अर्बन ग्रीनिंग ( नागरी हरित स्वच्छता)
* बायो डाइवर्सिटी ( जैविक विविधता)
* अर्बन प्लांनिग एंड वाटर रिसोर्स मैनजमेंट( नागरी योजना एवम जल उत्पन्न प्रबंधन)
* ऊर्जा क्रियान्वयन, गुणवत्ता युक्त हवा और
* सस्टेनेबल मोबिलिटी (टिकाऊ आवागमन)
(नरीमन पॉइंट स्थित एयर इंडिया इमारत, मरीन ड्राइव के ठीक सामने)
गत दिनों नेचर कम्युनिकेशन जनरल की रिपोर्ट में भी इसकी आशंका जताई गई थी कि जलस्तर बढ़ने के नाते मुम्बई के डूबने के आसार हैं।
बीएमसी में अतिरिक्त नगर आयुक्त डॉ संजीव कुमार ने कहा कि जलवायु कार्य योजना बेहतर भविष्य की योजना और जलवायु अनुकूलन, शमन और लचीलापन के अनुरूप विकास सुनिश्चित करेगी।
(बाएं से-आयुक्त इकबाल सिंह चहल, पर्यावरण व प्रोटोकाल मंत्री आदित्य ठाकरे, मुम्बई मेयर किशोरी पेडणेकर व अन्य)
इस प्लान में लोगों से २० सितंबर २०२१ तक सुझाव मांगे गए हैं जबकि एक्शन प्लान की घोषणा नवम्बर अंत में की जाएगी। कार्यक्रम में मुम्बई मेयर किशोरी पेडनेकर, जलवायु से संबंधित कई एजेंसियां भी मौजूद रहीं। इसी वर्ष संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन को भी होना है।
https://mcap.mcgm.gov.in/about/
उपरोक्त वेबसाइट पर जाकर आम मुंबईकर भी अपने सुझाव दे सकते हैं कि पर्यावरण बदलाव से बचने के लिए क्या उपाय किये जाने चाहिए।
पर्यावरण मंत्री ठाकरे ने कहा कि पर्यावरण बदलाव को रोक नही सकते पर उसकी रफ्तार को धीमा जरूर किया जा सकता है।
इस योजना के लिए मनपा ने पांच इलेक्ट्रिक कारों को चिन्हित किया है और भविष्य में मौजूदा समय मे पेट्रोल डीजल से चलनेवाली गाड़ियों को भी इलेक्ट्रिक वेहिकल में बदलने की तैयारी है।
No comments
Post a Comment