0 फ़िल्म निर्माता आदित्य चोपड़ा को राष्ट्रीय खंगार क्षत्रिय समाज की चेतावनी- पृथ्वीराज चौहान पर बनी फिल्म में ऐतिहासिक छेड़छाड़ हुई- तो बर्दाश्त नही / फ़िल्म रिलीज के पहले ही करन फँसे विवादों में- बढ़ सकती है मुश्किलें। - Khabre Mumbai

Breaking News

फ़िल्म निर्माता आदित्य चोपड़ा को राष्ट्रीय खंगार क्षत्रिय समाज की चेतावनी- पृथ्वीराज चौहान पर बनी फिल्म में ऐतिहासिक छेड़छाड़ हुई- तो बर्दाश्त नही / फ़िल्म रिलीज के पहले ही करन फँसे विवादों में- बढ़ सकती है मुश्किलें।

बॉलीवुड में स्वतंत्रता सेनानियों पूर्व के प्रतापी राजाओ सम्राटों के बारे में फिल्म के माध्यम से जनता तक उनके द्वारा किए गए काम उनकी त्याग देश सेवा की विस्तृत जानकारी दिए जाने का चलन पहले से ही रहा है भारत में  उन्नीसवीं सदी में सबसे पहली मूक और  कलरहीन फिल्म राजा हरिश्चंद्र पर बनी थी।

कई बार फ़िल्म निर्माताओं पर इतिहास और ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़, धार्मिक रंग देने व  किसी एक विशेष सम्प्रदाय व समाज को क्षति पहुंचाने के आरोप पहले भी कई बार लगे हैं और संस्थानों द्वारा विरोध प्रदर्शन व नुकसान भी झेलना पड़ा है।
हाल ही में महारानी पद्मावती पर बनी फिल्म को लेकर भी करणी सेना ने विरोध किया और काफ़ी हंगामा हुआ था, यह सर्वविदित है।

यशराज बैनर तले फ़िल्म निर्माता आदित्य चोपड़ा भारत के सबसे अंतिम हिन्दू चक्रवर्ती सम्राट पृथ्वीराज चौहान पर फ़िल्म बना रहे हैं। फ़िल्म लगभग तैयार है।नवम्बर 2021 में रिलीज होने जा रही है।
पृथ्वीराज ,महान चक्रवर्ती सम्राट थे। उनकी जीवनी पर आधारित फिल्म उनके दरबार के महान कवि व उनके मित्र चंद बरदाई की लिखी "पृथ्वीराज रासो" पर आधारित है। फ़िल्म में पृथ्वीराज चौहान की भूमिका अक्षय कुमार ने निभाई है तो उनकी महारानी संयोगिता का रोल मिस वर्ल्ड मानुषी चिल्लर ने किया है।

दिल्ली से पंजीकृत राष्ट्रीय  खंगार क्षत्रिय समाज ने पत्राचार कर फ़िल्म निर्माता को चेतावनी दी है कि क्षत्रिय समाज के गौरव व भारत के महान सम्राट पृथ्वीराज चौहान के जीवन से जुड़ी किसी भी तथ्य के साथ छेड़छाड़ न किया जाए, नही तो बर्दाश्त नही किया जाएगा। खबरे मुम्बई को दिए बयान में राष्ट्रीय अध्यक्ष सी के सिंह ने कहा कि संस्था का फ़िल्म से विरोध नही  है लेकिन तथ्यों को गलत ढंग से न दिखाया जाए, जानकारी को गलत दिखाकर समाज मे भ्रम न फैलाया जाए। हम चाहते हैं कि जो जानकारी सही है,सिर्फ वही बताया जाना चाहिए, यह हमारे अंतिम हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज चौहान की बात है जिनकी जीवनी हमारे लिए प्रेरणास्रोत रही है।

अक्सर यह देखा गया है कि अन्य धर्मों के राजाओं का महिमामंडन करते बॉलीवुड के निर्माता नही थकते जबकि हिन्दू धर्म से सम्बंधित हस्तियों की जीवनी को तोड़ मरोड़कर पेश किया जाता है, हिन्दू धर्म को अन्य धर्मों की तुलना में नीचा दिखाने का प्रयास किया जाता है।

खंगार समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष  कुंवर सी. के. सिंह ने निवेदन किया है, पृथ्वीराज के प्रधान सामंत महाराजा खेत सिंह खंगार समाज के नायक हैं।उनकी वीरता की गाथाएं भी फिल्म में जरूर दिखाई जानी चाहिए। महाराजा खेत सिंह का योगदान राजा जयचंद की सुपुत्री संयोगिता के स्वयंवर से लेकर वर्तमान में बुंदेलखंड तक स्वतंत्र राष्ट्र के निर्माण तक कही गई है।

पूर्वजो की मान मर्यादा, क्षत्राणियो द्वारा दिया गया राष्ट्र हित मे बलिदान, चक्रवर्ती सम्राट चौहान के शौर्य से भरे इतिहास से छेड़छाड़ न किया जाए।
छत्रिय वंश प्रदीप लेखक छोटे लाल शर्मा व पृथ्वीराज चौहान एवं उनका युग इस पुस्तक में रवींद्र  राजपूत रेजिमेंट में सबसे अधिक महत्व देनेवाली पुस्तक माना गया है जिसके लेखक रघुनाथ सिंह कालीपहाड़ी हैं। रघुनाथ सिंह के मतानुसार महाराजा खेत सिंह खंगार समाज से थे और महोबा विजय दिलाने में उनकी प्रमुख भूमिका थी।

 राष्ट्रीय खंगार क्षत्रिय समाज ने फ़िल्म के निर्देशक चंद्रप्रकाश द्विवेदी से निवेदन किया है कि हो सके तो महाराजा खेत सिंह के किले गढ़कुंधार दुर्ग व आसपास के सीन भी फिल्माए जाएं व उनके बारे में अवश्य बताया जाए।

  खंगार क्षत्रिय समाज के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन सिंह ने कहा कि यदि समाज के वास्तविक तथ्यों को तोड़ मरोड़कर दिखाया गया तो खंगार क्षत्रिय समाज बिल्कुल सहन नही करेगा और तीव्र आंदोलन किया जाएगा। महाराष्ट्र व विशेषकर मुम्बई बॉलीवुड का केंद्र होने के चलते विशेष स्थान है। राष्ट्रीय खंगार क्षत्रिय समाज राज्य सरकार से मिलकर इस विषय में जल्द ही ज्ञापन देने पर विचार कर रही है।

विश्वस्त सूत्रों के अनुसार खंगार समाज को करणी सेना का भी समर्थन मिल रहा है।

 यह फ़िल्म कोरोना संक्रमण के  कारण चल रहे संचार बंदी के चलते अब तक रिलीज नही हो सकी है।फ़िल्म को ५ नवम्बर २०२१ में रिलीज करने की तैयारी की गई है।





No comments