वरिष्ठ पत्रकार और रिपब्लिक टी वी चैनल के मुख्य संपादक अर्नब गोस्वामी को मुम्बई से सटे अलीबाग पुलिस ने किया गिरफ्तार/ आर्किटेक्ट अन्वय नाइक और उनकी मां की आत्महत्या के मामले में हुई गिरफ्तारी/
रिपब्लिक टी वी के मुख्य संपादक और वरिष्ठ पत्रकार अर्नब गोस्वामी को आज तड़के 6 बजे मुम्बई पुलिस ने भारी व्यवस्था के बीच उनके घर से गिरफ्तार किया और फिर दो वैन में बदलकर उन्हें अलीबाग पुलिस स्टेशन ले जाया गया। जहां अर्नब के वकील गौरव पारकर भी आये थे। अर्नब को अलीबाग कोर्ट ले जाया गया।
बता दें कि 53 वर्षीय अनवय नाइक जो आंतरिक डिजाइनर और आर्किटेक्ट हैं, उन्होंने अर्नब और दो अन्य लोगो का नाम सूइसाइड नोट में लिखा है ।जिसमे जिक्र है कि नाइक को उनके किये हुए काम का पैसा न मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति खराब हुई और वह आत्महत्या कर रहे हैं।
इस केस को पुलिस ने 2018 में बंद कर दिया था ।मई 2020 में राज्य गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि अनन्य नाइक की बेटी की शिकायत पर फिर से केस ओपन किया जा रहा है। नाइक की बेटी के अनुसार सुसाइड नोट में 83 लाख रुपये के बकाए का जिक्र है।
अर्नब को आज रायगढ़ पुलिस की लोकल क्राइम ब्रांच शाखा ने आत्महत्या के लिए मजबूर करने के जुर्म में गिरफ्तार किया है। सूइसाइड नोट में जिक्र किये अन्य दो फिरोज़ शेख, और नितेश शारदा को भी अरेस्ट किया गया है।
अन्वय नाइक ,53 को 5 मई 2018 के दिन अलीबाग के कवीर विलेज स्थित फार्महाउस के पहले महले पर मृत पाया गया था। नाइक की मां को भी मृत सूइसाइड नोट में गोस्वामी, शेख( आइकास्ट एक्स, एस के मीडिया) सारदा (स्मार्टवर्क्स) पर नाइक द्वारा किये आंतरिक डिजाइन वर्क का बकाया 5.40 करोड़ न देने का जिक्र है। जिसकी वजह से अन्वय नाइक की कम्पनी कॉनकॉर्ड डिजाइन प्राइवेट लिमिटेड को बहुत नुकसान सहना पड़ा था। इस बकाया राशि मे अर्नब के हिस्से 83 लाख रुपये बॉम्बे डाईंग स्टूडियो प्रोजेक्ट में हुए डिजाइन वर्क का है।
शेख के जिम्मे 4 करोड़ बकाया (लक्ष्मी, 3सरा और 4था महला आइडिया स्क्वायर प्रोजेक्ट -अंधेरी) और सारदा पर मगर्पट्टा व बनेर प्रोजेक्ट के तहत 55 लाख बकाया का जिक्र इस नोट में है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर यह पाया गया कि नाइक ने आत्महत्या की थी और माँ को गला घोंटकर मारा गया था और इस मामले में पुलिस द्वारा हत्या का केस भी दर्ज किया गया था।
इस मामले में बिना पूरी जांच किये मामले को बंद करने के आरोप में तत्कालीन पुलिस अधिकारी सुरेश वराडे पर डी आई जी ने जांच शुरू दी है।
केस फिर शुरू होने के साथ ही यह मामला लोकल क्राइम ब्रांच को सौंपा गया है।
क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर जमील शेख के अनुसार नाइक की मृत्यु के बाद गोस्वामी ने उसके खाते में पैसा ट्रांसफर किया पर बैंक ने अस्वीकृत कर दिया क्यों कि खाता धारक नाइक जीवित नही था और खाता इनएक्टिव हो चुका था।
अधिकारी जमील शेख के अनुसार गोस्वामी ने वास्तव मे नाइक का पैसा बकाया रखा था।
अर्नब को गंभीर अपराध की धारा 306 के तहत गिरफ़्तार किया गया है जिसके लिए उन्हें कोई समन देने की आवश्यकता नही है ऐसा निरीक्षक जमील शेख का कहना है।
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