0 मोदी जी ने की मन की बात। सेल्फ हेल्प ग्रुप की हुई तारीफ, महर्षि वाल्मीकि जयंती, सरदार पटेल जयंती के उल्लेख, पुस्तकालयों द्वारा हुई ज्ञान प्रसार की सराहना / राष्ट्रीय एकता पर दिया बल/ - Khabre Mumbai

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मोदी जी ने की मन की बात। सेल्फ हेल्प ग्रुप की हुई तारीफ, महर्षि वाल्मीकि जयंती, सरदार पटेल जयंती के उल्लेख, पुस्तकालयों द्वारा हुई ज्ञान प्रसार की सराहना / राष्ट्रीय एकता पर दिया बल/

मेक्सिको में ओहका गांव में खादी व्यवसाय का जिक्र किया। ब्राउन नामक व्यक्ति ने बापू गांधी पर फ़िल्म देखकर ग्रामीणों को खादी का काम सिखाया ।सिंबल ऑफ धर्म एंड मोशन नाम टैगलाइन उनके वेबसाइट पर मौजूद है।
दिल्ली के कन्नत पैलेस में एक दिन में खादी के 1 करोड़ की विक्री हुई।

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में सुमन देवी  सेल्फ हेल्प ग्रुप के द्वारा हजारो खादी मास्क बना रही हैं।

आज देश का योग विष्वविख्यात हो रहा है।
मलखम भी प्रचलित हुआ है। पाटणकर जी ने अमेरिका तक इसे पहुचाया। मलखम के ट्रेनिंग सेंटर अमेरिका में चलते है। अब विश्वस्तरीय आयोजन भी जर्मनी पॉलैंड आदि देशों में हो रहे हैं।

मोदी जी ने कहा हम सभी अपने को हमेशा चैलेज करते रहे, तभी नया सीखेंगे।
पोरन मारियप्पन ,तमिलनाडु के तूतीकोड़ी के निवासी है, जो सलून चलाते हैं, जिसके एक हिस्से में पुस्तकालय बनाया है। इस समय जो ग्राहक वहां अपनी बारी      का इंतज़ार करते है वह वह बुक पढ़ते हैं उसपर लिखते हैं तो पोरन जी उन्हें सलून में डिस्काउंट देते हैं। वह खुद आर्थिक विपन्नता के चलते सिर्फ आठवी तक पढ़ पाए थे।

भारत मे कई लोग ज्ञान का प्रसार कर खुशी महसूस करते हैं। मध्यप्रदेश की उषा दुबे ने स्कूटी को पुस्तकालय में बदल दिया है, चलते फिरते वह बच्चों को पढ़ाती हैं।

इसी तरह कई पुस्तकालय हैं जो मुफ्त में किताब देते है और पढ़कर बच्चों को वापस करना होता है।
चंडीगढ़ में संदीप कुमार ने, गुजरात मे  1975 से विकास ट्रस्ट , लगभग 5000 किताबो के साथ, एक अन्य - पुस्तक परब संस्थान जो साहित्यिक के साथ अन्य पुस्तके उपलब्ध कराते हैं।
मोदी जी ने ऐसे सभी लोगों का अभिनंदन किया है।

सरदार वल्लभभाई पटेल की 31 अक्टूबर की जन्म जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने की बात कही है। लौहपुरुष पटेल के बारे में बापू ने कहा था कि उनकी विनोदपूर्ण बाते बापू को दिन में कई कई बार इतना हंसाती की पेट मे बल पड़ जाता था। पटेल ने पूरा जीवन डेज़ह की एकता के लिए समर्पित कर दिया था।

हम सभी को अपने मन, वाणी, कर्म से देश मे अपनत्त्व, एकता के लिए प्रयास करना चाहिए।
केरल के शंकराचार्य द्वारा चारो दिशाओं में चार मठ की स्थापना की भी मोदी जी ने चर्चा की।
भक्ति आंदोलन ने सभी को एकजुट किया है।
सिंधु नदी से लेकर दक्षिण भारत की कावेरी नदी तक , सिखों के नांदेड़ साहब ,पटना साहब इन सभी ने एकता का ही संदेश दिया है। राष्ट्रीय एकता को सबसे बड़ी शक्ति मोदी जी ने बताया। यूनिटी इस एमपोवेर्मेंट, यूनिटी इस पावर ऐसी बाते आज की है। ekbharat.gov.in इस वेबसाईट को देखने की  मोदी जी ने अपील की है। इसके एक खास सेक्शन  में एक वाक्य प्रतिदिन कई भाषाओं में सीखने का अवसर मिलेगा। 

31 अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि जयंती भी मनाई जा रही है।महर्षि के महान विचार भी मोदी जी ने व्यक्त किए। मनुष्य की इच्छाशक्ति साथ हो तो असाधारण काम भी आसानी से हो सकते है। उनके अचार विचार और आदर्श नई इंडिया के संकल्पों के लिए प्रेरक है। महर्षि ने रामायण जैसे महान ग्रंथ की रचना की, जिसके लिए पूरा देश उनके प्रति कृतज्ञ है।

पुलवामा की पेंसिल, स्लेट की चर्चा भी की है।  यहां पेन्सिल स्लेट निर्माण बड़े राष्ट्रीय स्तर पर हुआ है और पूरे देश को इसका लाभ मिल रहा है। उन्होंने इसमें मंजूर अहमद भाई का भी जिक्र किया ।

झारखंड में वीमेन सेल्फ हेल्प ग्रुप ने किसानों से सब्जियां फल लेकर लोगों के घर तक पहुँचाया है। आजीविका फार्म फ्रेश की स्थापना के साथ ही महिलाओं ने वहां 50 लाख से अधिक की सब्जियां बेच दी हैं।  डिजिटल प्लेटफार्म पर हजारो पैकेट कपास, सब्जी के बीज किसानों को उपलब्ध कराए गए।

महाराष्ट्र में फार्मर्स प्रोड्यूसिंग कंपनी ने किसानों से सीधे मक्का खरीदा। नए कृषक कानून के तहत कोई भी किसान किसी भी व्यापारी को अपनी फसल बेच सकता है। कंपनी ने इन किसानों को बोनस भी दिया है।

आगामी सभी त्योहारों पर शुभकामनाएं देते हुए मोदी जी ने  सावधानी पूर्वक मास्क, सैनिटाइजर, हाथ धोते रहने, दो गज की दूरी पर भी ध्यान देने की बात कही है।



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