केंद्रीय गृह विभाग ने जारी की गाइडलाइन, प्रवासी मजदूर छात्र, अन्य फंसे लोग जा सकेंगे अपने राज्य, सोशल डिस्टनसिंग का होगा पालन, सिर्फ बसें ही चलाई जाएंगी।
40 दिन से अधिक वक्त से चल रहे देशव्यापी संचार बंदी के चलते प्रवासी मजदूर, रोज़ मर्रा का काम करने वाले लोग जिनकी रोटी बंद हो गई है। सरकार को कई बार निवेदन भी मिले को लोग अपने अपने राज्य वापस जाना चाहते हैं।
कोटा में फंसे छात्रों को उत्तर प्रदेश सरकार ने जब बसों से वापस लाया तो कई लोगों ने इसका विरोध किया था। अब महाराष्ट्र सरकार ने भी अपने छात्रों को वहां से लाने के लिए 70 बसें भेज दी हैं, 3 दिन लगेंगे।
सरकार ,केंद्रीय गेह विभाग ने अब सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए लोगों के स्थानातंरण, अंतर राज्य ,एक राज्य से दूसरे राज्य में आवा जाही को लेकर निर्देश जारी किए हैं।
राज्य सरकारों को नोडल अधिकारी नियुक्त करना होगा, जो भी व्यकि जाना चाहते हैं उन्हें नोडल अधिकारी के पास रजिस्ट्रेशन करना होगा । अपनी बेसिक जानकारी देनी होगी। सभी की कोरोना जांच की जाएगी, कोरोना संक्रमित नही होने पर ही उन्हें उनके राज्य में जाने की इजाजत दी जाएगी।
इनके लिए सेवा में ली जाने वाली बसों को सैनिटाइज किया जाएगा, सोशल डिस्टेन्सइंग का ध्यान रखते हुए उन्हें दूसरे राज्य के बॉर्डर तक पहुंचाया जाएगा। वहां से सम्बंधित राज्य की बस उन्हें ले जाएगी, वह भी सैनिटाइज नियमो को ध्यान में रखते हुए ।
अपने गांव पहुंचकर भी उन्हें सेल्फ क्वारंटाइन 14 दिन के लिए रहना होगा या नगरपालिका द्वारा निर्धारित अस्पताल में भी रहना पड़ सकता है।
इस विषय मे विस्तृत निर्देश शीघ्र जारी किए जायेंगे।
(गृह विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन)
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