मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने की फेसबुक लाइव के जरिए बात/ अक्षय तृतीया के अवसर पर कई महत्वपूर्ण मुद्दे साझा किए/ लोगों को आत्मविश्वास, मास्क का महत्व, महाराष्ट्र की स्थिति, प्रवासी मजदूरों के निकासी,शिव शाही भोजन का किया उल्लेख/ उद्योगपतियों -रतन टाटा ,आनंद महिंद्रा ,अजीम प्रेमजी , मुकेश अंबानी , कुमार मंगलम बिरला के प्रयासों की सराहना / राज्य में अब तक 1,09,872 कोविड-19 टेस्ट हुए जिनमें 7628 मरीज मिले 323 की मौत हो चुकी है/
उद्धव ठाकरे -मुख्यमंत्री का लाइव संदेश
राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज फेसबुक लाइव के जरिए अक्षय तृतीया के अवसर पर लोगों से बात की उन्होंने कहा कि आज देश समेत , राज्य ऐसे वक्त से गुजर रहा है कि हर दिन एक जैसा ही लगता है रामनवमी गई, गुड़ी पड़वा का त्यौहार गया, आज अक्षय तृतीया है। कल से मुस्लिम भाइयों का रमजान भी शुरू हुआ है। अब सभी दिन एक जैसे लगते हैं । कोविड-19 के संक्रमण के चलते सभी को घर में बैठकर संचार बंदी का पालन करना होगा। उद्धव ठाकरे ने आगे कहा सभी धर्म के लोग सभी जात पात के लोग सरकार को संचार बंदी का पालन करते हुए अब तक सहयोग करते आये हैं और आगे भी इसी सहयोग की आवश्यकता है।
मुस्लिम बंधुओं से अपील करते हुए कहा है, रमजान का महीना बड़ा ही पवित्र है लेकिन कोविड-19 के संक्रमण के चलते सभी से निवेदन है कि वह अपनी राम आज रास्ते पर या मस्जिदों में नहीं अदा करेंगे। अपने अपने घर में रहकर अपनी नमाज अदा करें लोगों की सलामती की दुआ करें। आप लोगों के सहयोग से ही हम जीत सकते हैं।
उन्होंने आगे यह कहा कि कई लोग आज सरकार से सवाल पूछ रहे हैं लॉक डाउन कब खुलेगा कल क्या बोलने वाले हैं आप क्या बोलेंगे मैं कहना चाहता हूं कोई क्या बोलेगा ऐसे वक्त में जब सभी के चेहरे पर मास्क लगा हो किसी को इलाज नहीं पता है। यह भी नहीं पता कि यह समाप्त कब होगा ।
कोविड-19 विषाणु ऐसा है कि इसके संक्रमण से मरीजों की संख्या कभी बहुत घट जाती है, तो कभी अचानक से बढ़ जाती है। हमारे साथ यह विषाणु खेल खेलता है , देखता है कि हमारा धैर्य कब खत्म होगा। हमें सचेत रहने की आवश्यकता है ।इसे पूरी तरह से समाप्त करने की आवश्यकता है नहीं तो इतने दिनों से चल रहे लॉक डाउन का कोई अर्थ नहीं रह जाएगा ।
उन्होंने आगे कहा उनकी बात प्रधानमंत्री मोदी जी से और केंद्र सरकार से चल रही है। राजस्थान, मध्य प्रदेश ,उत्तर प्रदेश, बिहार जैसे राज्य के मंत्रियों से भी बात चल रही है और प्रवासी मजदूर जो महाराष्ट्र में 500000 से ज्यादा है उन सभी को जो यहां से गांव जाना चाहते हैं ,उन्हें बस के द्वारा सुरक्षित वहां तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। पर निश्चित रूप से ट्रेन की शुरुआत नहीं की जाएगी क्योंकि मैं नहीं चाहता कि भीड़ हो और अगर भीड़ हुई तो इस लॉक डाउन की तपस्या का फल समाप्त हो जाएगा । लोगों के जीवन से कोई रिस्क नहीं लेना चाहते ।
जल्द ही बस के माध्यम से मजदूरों को वहां तक पहुंचाने पर निर्णय ले लिया जाएगा ।उनकी विभिन्न राज्य के मुख्यमंत्रियों से इस पर बात चल रही है।
कई लोगों ने बीच में आरोप भी लगाया कि राज्य सरकार कोविड-19 से संबंधित जानकारियां छुपा रही है। केंद्र से एक जांच टीम आई है ,जरूर दाल में कुछ काला है। मैं आपको यह बता दूं कि हम केंद्र से दाल और गेहूं की मांग कर रहे हैं क्योंकि अब तक राशन कार्ड धारकों को हमने सिर्फ चावल दिया है । केशरी राशन कार्ड वालों को 2 दिन पहले से ही शुरू किया गया है ,लेकिन दाल और गेहूं भी तो चाहिए। अन्न सुरक्षा योजना के माध्यम से वह चीजें अभी आनी बाकी है ।पहले दाल आने तो दो उसके बाद देखा जाएगा उसमें कुछ काला है या पीला या फिर कोई अन्य रंग।
उन्होंने एम एस एम ई मंत्री केंद्र से नितिन गडकरी जी की तारीफ करते हुए उन्हें लाख-लाख धन्यवाद दिया है ।नितिन गडकरी जी के बारे में उन्होंने कहा कि जिस तरह गडकरी जी ने कहा कि यह वक्त राजनीति करने का नहीं है; इस वक्त महाराष्ट्र में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने का है । हम राज्य के साथ पूरी मजबूती के साथ खड़े हैं।
उनका पूरा साथ देना है ,आखिरी जंग को जीता जा सके आज इसी सहयोग की जरूरत है ।राजनीति तो चलती रहेगी ,चुनाव आएगा, चुनाव जाएगा लेकिन लोगों को बचाना जरूरी है ।लोगों का जीवन बचाना जरूरी है और इसके लिए सभी के सहयोग की अत्यंत आवश्यकता है ।
मुख्यमंत्री ठाकरे ने मुंबई के दो पुलिस कांस्टेबल 52 वर्षीय और 57 वर्षीय के कोरोना से जंग लड़ते हुए शहीद होने पर भी अफसोस जताया है। उन्होंने भी कहा कि आज प्रार्थना घर ,मंदिर ,देवालय ,मस्जिद सभी बंद है और उन जगहों पर कोई ईश्वर नहीं है; क्योंकि आज सभी ईश्वर सभी देवता हम सब में हैं, हमारे विश्वास और धैर्य में हैं।
(मुम्बई पुलिस जन जागरूकता मार्च के दरम्यान)
आज कोरोनावायरस से जंग लड़ने के लिए 24 घंटे अपनी सेवा दे रहे डॉक्टर नर्स ,पुलिस वाले ,सफाई कामगार, अन्य सुरक्षा कर्मचारी, मनपा कर्मचारी यह सभी देवता के रूप में ही तो हैं। पुलिस वाले अपना जीवन ,अपना परिवार सब कुछ छोड़कर हमारी सुरक्षा में लगे हैं। डॉक्टर और नर्स अपने बारे में न सोचकर सिर्फ हमारे उपचार में लगे हैं ,यह सब देवता के ही रूप में आ चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 109872 लोगों का कोरोना संक्रमण टेस्ट किया जा चुका है जिसमें 80% लोग ऐसे हैं जिन्हें कोविड-19 से संबंधित कोई लक्षण नहीं है पर उनमें से भी कई लोग संक्रमित पाए गए। दुर्भाग्य से 323 लोगों की मौत हो चुकी है । 7628 कुल मरीज मिले हैं।लेकिन बहुत से मरीज ठीक होकर गए हैं । ऐसा नहीं है कि कोविड-19 का इलाज नहीं है तो लोग ठीक नहीं हो रहे है ।
(सी एम ठाकरे आज एफबी लाइव के जरिये राज्य को संदेश देते हुए)
उद्धव ठाकरे ने जानकारी देते हुए कहा सामान्य सर्दी खांसी बुखार होने पर अपने तरीके से आप दवा न लें इसके लिए नॉन कोविड-19 शिक्षण के अंतर्गत फीवर क्लीनिक चालू किए गए हैं।
उन्होंने आम जनमानस से अपील की है कि फीवर क्लीनिक में जरूर जाएं, डॉक्टर के मार्गदर्शन में औषधि जरूर लें, शुरुआती में ही अगर आप डॉक्टर के पास आते हैं और उनका मार्गदर्शन लेकर दवा कर सकते हैं तो त्वरित रूप से ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है। उद्धव ठाकरे ने आगे जानकारी दी कल प्रधानमंत्री मोदी जी के वीडियो कांफ्रेंस के जरिए मीटिंग होनी है जिसमें देश के सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के प्रमुख भी शामिल होंगे ।
गौरतलब हो कि 1 दिन पहले ही स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मुंबई और पुणे की बढ़ती हुई कोविड-19 मरीजों की संख्या को देखते हुए राज्य में लॉक डाउन को 3 मई के बाद 15 दिन तक और बढ़ाने का प्रस्ताव दिया हुआ है। इसके बाद राज्य में लॉक डाउन 18 मई तक बढ़ाया जा सकता है।
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