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विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भारत 21 दिनों के लिए हुए बंद, कोरोना का संक्रमण तोड़ने के लिये किया 14 अप्रैल तक लॉक डाउन

प्रधानमंत्री मोदी ने 24 मार्च को 8 बजे वीडियो लाइव टॉक के जरिये भारत बंद का निर्देश जारी किया।
मोदी जी ने जनता से निवेदन करते हुए कहा, देश कोरोना वायरस के संक्रमण की गंभीर समस्या से गुजर रहा है। विश्व के बड़े से बड़े विकसित देश भी इस वायरस से हार मान चुके हैं। ऐसा नही है कि इन देशों ने कोई प्रयास नही किया, हर संभव कोशिश की है । इनसे सीख लेते हुए देश हित मे 21 दिन के लिए लॉक डाउन ही उपाय है।
हमे करोना के संक्रमण चैन को तोड़ना ही होगा।

सोशल डिस्टनसिंग बेहद आवश्यक-
मोदी जी ने कहा कि कोरोना से जीतने का मंत्र सोशल डिस्टनसिंग ही है। सामाजिक दूरी बनाये, घर से बाहर बिल्कुल न निकलें।
हमने दो दिन पहले जनता कर्फ्यू का पालन किया ,अब उसी का यह बड़ा रूप है। कोरोना से जीतने के लिए 21 दिन के बंद में संकल्प लें कि घर से बाहर नही निकलेंगे। आपके घर के दरवाजे पर एक लक्ष्मणरेखा खींच दी गई हैं।
इस समय केंद्र सरकार, राज्य सरकारों, नगर निकायों की प्राथमिकता है कि प्रत्येक देशवासी की जान की सुरक्षा हो। कि राज्य सरकारों ने पहले ही राज्य में बंदी लागू कर दी, उनके इस कदम को सहयोग करना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। यदि हमने 21 दिन का यह चैन  तोड़ा, तो 21 साल पीछे चले जाएंगे।
कोरोना के खिलाफ इस युद्ध को सिर्फ घर पर रहकर ही जीता जा सकता है।
मोदी जी ने यह भी कहा कि इस राष्ट्रीय लॉक डाउन  से घबराने की आवश्यकता कतई नही है, जीवनावश्यक वस्तुओं की सप्लाई जारी रहेगी।
बता दें कि देश भर में कई राज्यों ने कुल 548 जिलों में पहले ही बंदी लागू कर दी है।

जानिए, क्या क्या सेवाएं इस लॉक डाउन में जारी रहेंगी-
१:दुकाने जिनमे भोजन, अनाज, पी डी एस प्रणाली के तहत राशन की दुकानें, फल, सब्जी, दुग्धालय व दुग्ध पदार्थ ,मछली, अंडा, पोषक पशु आहार की दुकानें ।
२: सभी सरकारी  व निजी बैंक, बीमा कार्यालय, ए टी एम मशीन
३:  प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया
४:  आई टी (सूचना तकनीकी) सेवाएं जैसे केबल,  इनटरनेट आदि
५: ई कॉमर्स कंपनियां(खाना, दवाई,  वैद्यकीय उपकरण आदि की सप्लाई)
६:  बिजली, ऊर्जा निर्माण व सप्लाई सेवाएं
७: सेबी निर्देशो द्वारा निर्धारित कैपिटल और डेट मार्केट(शेयर बाजार एक्सचेंज)
८:  शीतपेय रखरखाव व वेयरहाउसिंग सेवाएं
९: निजी सुरक्षा सेवाएं(सिक्योरिटी सर्विस)
१०: पेट्रोल पंप

होटल, लॉज, जो पर्यटकों को संभाले हुए हैं और वे फंस गए हैं ,वे सेवाएं दे सकेंगे। वैद्यकीय आपतकालीन सहायता, एयर और सी क्रू की सेवाएं जारी रहेगी।
वे संस्थान जो कोरोना पीड़ित लोगों के रहने यानी क्वारंटाइन के लिए बनाई गई हैं।

जो भी व्यक्ति 15 फरवरी 2020 से भारत मे आये हैं उन्हें स्थानीय वैद्यकीय अधिकारी द्वारा घर मे या संस्थानों में क्वारंटाइन यानी खुद को समाज से अलग रहने का निर्देश दिया गया है, यदि वे इसका उल्लंघन करते हुए मिले तो उन पर भा.द.सं. की धारा 188 की तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा बंद के दरम्यान दिए निर्देशों का पालन न करने वालो पर आपदा प्रबंधन कानून(डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट) 2005 के अंतर्गत धारा 51-60के अंतर्गत कार्रवाई की जा सकती है।

मोदी जी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जनता का आवागमन रोकने के लिए यह लॉक डाउन किया गया है, जरूरी आवश्यक चीजे लेने से नही रोका जा रहा है।

इस दौरान सभी शिक्षण संस्थान, धार्मिक स्थल, पूर्णतः बंद रहेंगे। बिना किसी विशेष आदेश के  कोई भी कार्यक्रम नही किये जा सकेंगे।
अन्त्य संस्कार विधि जैसे विधान में अधिकतम 20 लोग शामिल हो सकेंगे।

मोदी जी ने कहा कि उन्हीने पूरे देश से कई डॉक्टरों, लैब तकनीकी विशेषज्ञों, नरसों, व कोरोना के मरीजो के लिए काम कर रहे चिकित्सकों से बात चीत के बाद इस बंद का फैसला लिया है।

गौरतलब होंकी कोरोना से अब तक देश मे सकारात्मक रिपोर्ट किये हुए मरीजो की संख्या ५३६ हो चुकी है। सरकार ने ५३ सरकारी टेस्टिंग केंद्र, कई प्राइवेट केंद्र भी निर्देशित किये हैं।
आगामी दक्षिण भारत का विशाल सबरिमलै कार्यक्रम भी कोरोना के इस बंदी के चलते स्थगित कर दिया गया है।

(गृह विभाग , भारत सरकार द्वारा जारी हुआ आदेश)








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