0 ट्रम्प विजिट पर केंद्र सरकार ने केम छो ट्रम्प के बजाय नमस्ते प्रेजिडेंट किया थीम, भारत की पारंपरिक नमस्ते थीम से होगा स्वागत:गुजरात सचिवालय ने जारी किया निर्देश-२४ से २६फरवरी तक ट्रम्प हैं भारत मे। - Khabre Mumbai

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ट्रम्प विजिट पर केंद्र सरकार ने केम छो ट्रम्प के बजाय नमस्ते प्रेजिडेंट किया थीम, भारत की पारंपरिक नमस्ते थीम से होगा स्वागत:गुजरात सचिवालय ने जारी किया निर्देश-२४ से २६फरवरी तक ट्रम्प हैं भारत मे।

अमरीकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनकी पत्नी मिलेना ट्रम्प 24 से 26 फरवरी 3 दिवसीय भारत विजिट पर हैं, वे अहमदाबाद में सरद्दार वल्लभ भाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा रिसीव होंगे। उसके बाद वहां से इंदिरा ब्रिज के रास्ते 10 किमी की दूरी रोड शो करते हुए मोटेरा जाएंगे और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन करेंगे।

इंदिरा ब्रिज के पास स्थित झोपड़पट्टी  के पास 7 फ़ीट ऊंची दीवार बनाई गई है। 10 किमी की दूरी तक १.५०लाख फूलों के गमले लगाए जाएंगे।  भाजपा यूनिट गुजरात के सभी बड़े नेताओं, विधायकों को अधिक से अधिक संख्या जुटाने का निर्देश दिया गया है ताकि मोटेरा मैदान में जनसैलाब उमड़ जाए। इसके लिए भाजपा की राज्य सरकार ने १५००बसें बुक कर ली हैं।

मोटेरा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैदान विश्व का सबसे बड़ा मैदान होने जा रहा है जिसकी सीट क्षमता १.१०लाख है। मोटेरा मैदान को जोड़ने वाली सभी सड़को को दुरुस्त किया जा रहा है।
( विश्व का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय  मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम)

पहले ट्रम्प का स्वागत गुजराती पद्धति में केम छो ट्रम्प थीम के तहत होना था पर केंद्र ने अब बदलाव कर भारतीय परंपरागत तरीके से नमस्ते प्रेजिडेंट के तौर पर करने का प्रस्ताव मंजूर किया है।
गुजरात राज्य सरकार सचिव अनिल मुकीम ने यह निर्देशित किया है।

ट्रम्प दिल्ली भी जाएंगे।
इस मुलाकात से पहले हमारे विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कल अमरीकी प्रतिनिधि से बातचीत में यह साफ कर दिया कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है, इस पर दोनों प्रजातांत्रिक राष्ट्र हल निकाल लेंगे। इसके लिए किसी अन्य देश को कोई राय देने की आवश्यकता नही है। और यह अमरीकी लीडर भी जानते हैं कि समझौता कौन सा देश करेगा।

(फ़ाइल फ़ोटो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमरीकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प )

इससे पहले तुर्की राष्ट्रपति रिसेप एर्दोगान ने   पाकिस्तान के  सामूहिक संसद सत्र में बयान दिया है कि वे कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के साथ हैं, इतना ही नही तुर्की एफ ए टी एफ आर्गेनाईजेशन में भी पाक का समर्थन करेंगे जहां से पाकिस्तान के आतंकी संगठनो को फंडिंग करने के आरोप के चलते ब्लैकलिस्ट होने की संभावना है। 

(तुर्की राष्ट्रपति रिसेप तैयप एर्दोगान)

इस पर  भारतके बाह्य मामलों के मंत्रालय प्रवक्ता रवीश कुमार ने दो टूक शब्दों में कह दिया कि तुर्की राष्ट्रपति कश्मीर मुद्दे पर भारत के मामलों में अपनी प्रतिक्रिया न दें, तथ्यों को  समुचित रूप से समझें और यह भी जाने की भारत के खिलाफ आतंक का माहौल पाकिस्तान किस तरह करता आया है।

मोदी ट्रम्प मुलाकात को दोनों देशों के बीच कई व्यापारिक मुद्दों, ट्रेड डील को सुलझाने में मदद मिलेगी ,इस नजरिए से देखा जा रहा है।

इससे पहले पिछली बार मोदी अमेरिका यात्रा के दौरान वहां की संसद सीनेट में अपना भाषण हिंदी में दिया था और वहां सभी बड़े राजनीतिज्ञों ,कॉर्पोरेट हस्तियों, भारतीय मूल के विदेशी लोगों ने हाऊ डी मोदी स्लोगन से जय जयकार की थी।


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