महाराष्ट्र में बड़ा फेरबदल। रातोरात बदला समीकरण, देवेंद्र आज सुबह बने मुख्यमंत्री, अजित दादा उपमुख्यमंत्री
आज सुबह 5.47 बजे राज्यपाल कोश्यारी जी ने राष्ट्रपति शाशन हटाने के संदर्भ में हस्ताक्षर किए। सुबह 8 बजे देवेंद्र ने मुख्यमंत्री और राकांपा के अजीत पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। अजीत, राकांपा से 22 विधायक समर्थको के साथ भाजपा से मिलकर सरकार बना चुके है। हालांकि बहुमत 145 सीट में अभी भी 18 सीट चाहिए, जिसमे भाजपा का दावा है कि 14 निर्दलीय और कुछ शिवसेना विधायक भी संपर्क में हैं। उन्होंने बहुमत की स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही शपथ ली है।
प्रदेश अध्यक्ष भाजपा, चंद्रकांत पाटिल के अनुसार, मुख्यमंत्री का वैद्यकीय विभाग बंद था, किसानों की समस्या बढ़ती जा रही है। पिछले कई दिनों से राष्ट्रपति शाशन इस अगड़े राज्य के लिए शोभा नही दे रही थी। जनहित के लिए जल्द से जल्द सरकार गठन जरूरी हो गया था।
कल शाम 8 बजे तक सेना के साथ बैठक में अजित मौजूद थे। राकांपा, कांग्रेस, शिवसेना मिलकर सरकार बनने जा रहे थे। राज्यपाल के सामने 170 विधायको की शक्ति भी दिखाने का कार्यक्रम था। कैबिनेट में मंत्री पद बंटवारे पर भी सहमति बन गई थी ,सारा कुछ सिर्फ आज की रात में बदल गया है।
देंवेद्र फडणवीस के अनुसार,वे महाराष्ट्र में स्थिर सरकार देना चाहते हैं। तीन पार्टियां मिलकर कितनी स्थिरता दे पाती, इसलिए उन्हें जनता के हित में यह कदम उठाना आवश्यक लगा ,इसी के साथ उन्होंने अजित पवार का भी आभार व्यक्त किया है।
( फाइल फोटो:शरद पवार के भतीजे अजित पवार , देवेंद्र फडणवीस-राज्यपाल के सामने हाथ मिलाते हुए)
गौरतलब हो कि महाराष्ट्र स्टेट को आप वैंक में 10 हजार के घोटाले में आरोपी अजित पवार पर मुम्बई पुलिस ने प्रथमिकी दर्ज की है, प्रवर्तन निदेशालय का नोटिस भी जारी हुआ और भाजपा ने कहा था कि अजित पवार को जेल जरूर भेजेंगे । बहर हाल यह बात चुनाव से सिर्फ चंद दिनों पहले की हैं जब शरद पवार, राकांपा प्रमुख को नोटिस आने को लेकर भावना में आये अजित पवार ने विधायक पद से इस्तीफा भी दे दिया था, जिसे विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागड़े ने स्वीकार भी किया था।
अब महाराष्ट्र को दूसरी बार देवेंद्र फडणवीस के रूप में मुख्यमंत्री के रूप में मिल चुका है।
(भगत सिंह कोश्यारी , राज्यपाल महोदय -देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाते हुए।)
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