राकांपा के फैसले ने पलटा समीकरण, भाजपा को बाहर से राकांपा का समर्थन।भाजपा सरकार बनाने की ओर अग्रसर।शीर्ष नेतृत्व ने लिया फैसला
अभी अभी राकांपा के बड़े नेता और पूर्व केंद्रीय एविएशन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने आधिकारिक बयान देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए राकांपा ,भाजपा को बाहर से समर्थन देगी। सिर्फ भाजपा को ही सबसे अधिक जनादेश मिला है। यह निर्णय शीर्ष नेतृत्व से आया है।
इसके बाद सेना के साथ राकांपा के साथ जाने और कांग्रेस की तिकड़ी के साथ सरकार बनने की कोशिश फेल हो गई है।
गौरतलब हो कि कुछ समय पहले सुप्रीमो शरद पवार के भतीजे और पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित दादा पवार पर महाराष्ट्र को आप बैंक में 10 हजार करोड़ घोटाले का आरोप लगा,मुम्बई पुलिस में प्राथमिकी दर्ज हुई, और खुद शरद पवार को प्रवर्तन निदेशालय ने मुम्बई कार्यालय पूछताछ के लिए बुलाया था। आखिरी वक्त में निदेशालय ने हालात बिगड़ने और मुम्बई शहर की कानून व्यवस्था बिगड़ने के डर से मुम्बई आयुक्त संजय बर्वे ने उनसे बल्लार्ड पीयर स्थित कार्यालय न आने की विनती की और जरूरत पड़ी तो बताया जाएगा ऐसा कह कर पवार साहब का आना कैंसिल हो गया था।
अजित दादा ने भी अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागड़े को सौंप दिया था। बाद में अजित पवार ने बयान दिया कि वे बहुत भावुक हो गए थे और चाचा शरद पवार को नोटिस भेजे जाने से वे बेहद दुखी हुए थे जबकि बैंक में शरद पवार किसी लाभ के पद पर नही थे।
प्रफुल्ल पटेल पर मुम्बई स्थित 15 मंजिला इमारत के निर्माण में कुख्यात ड्रग माफिया इकबाल मिर्ची की पत्नी से निर्माण के समय एग्रीमेंट होने और दो महले मिर्ची की पत्नी को रॉयल्टी के रूप में देने के प्रकरण ने तूल पकड़ा है। हालांकि प्रफुल्ल ने यह कहा कि वे इकबाल मिर्ची के प्रकरण से अनजान थे और यह डील उनके रिश्तेदार ने की थी।
राकांपा ने काफी सोचने विचारने के बाद आखिरकार भाजपा को बिना किसी शर्त ,बाहर से समर्थन देने का फैसला कर ही लिया है।
(फाइल फोटो:प्रफुल्ल पटेल-पूर्व केंद्रीय उड्डयन मंत्री)
No comments
Post a Comment