0 देवेंद्र फडणवीस ने दिया 79 घंटे बाद इस्तीफा, जूनियर पवार ने पकड़ी सीनियर पवार की राह। गिरी सरकार। सर्वोच्च न्यायालय ने कल पांच बजे शाम को दिया फ्लोर टेस्ट का लाइव टेलीकास्ट करने का आदेश। - Khabre Mumbai

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देवेंद्र फडणवीस ने दिया 79 घंटे बाद इस्तीफा, जूनियर पवार ने पकड़ी सीनियर पवार की राह। गिरी सरकार। सर्वोच्च न्यायालय ने कल पांच बजे शाम को दिया फ्लोर टेस्ट का लाइव टेलीकास्ट करने का आदेश।

आज सुबह 10.30बजे की सुनवाई में एन रमन्ना जस्टिस की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय बेंच ने आदेश दिया कि कल सभी विधायक पहले शपथ लेंगे, उससे पहले सबसे बड़ी पार्टी को प्रोटेम स्पीकर चुनना होगा। पाँच बजे के बाद कल राजभवन में बहुमत साबित करना होगा।
आज शाम पिछली 7 बार कांग्रेस से विधायक रहे और वर्तमान में भाजपा में आए वडाला से कालिदास कोलम्बकर को प्रोटेम स्पीकर चुन लिया गया है।
सेना, राकांपा, कांग्रेस के विधायकों की 162 संख्या की परेड कल मुम्बई के ग्रैंड हयात होटल में प्रेस सभा लेकर की गई है।
शनिवार को अजित पवार के भाजपा खेमे में जाने के बाद से ही पवार का कुनबा उन्हें मनाने में जुट गया। आज शरद पवार की पत्नी और बेटी सुप्रिया सुले के पति ने भी अजित को काफी मनाया। कोर्ट के आदेश के बाद अजित ने आखिरकार उपमुख्यमंत्री पड़ से इस्तीफा देते हुए अपना पत्र देवेंद्र फडणवीस को सौंप दिया। कुछ पलों बाद मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर शिवसेना को खूब कोसा, इस्तीफा दिया और राज्यपाल को सौंप दिया। कल 11 बजे कार्यालय में आते ही देवेंद्र फडणवीस ने दादर की कैंसर पीड़ित महिला को एक लाख बीस हजार का चेक दिया जो लंबे समय से अटका था। उन्होंने इसके बाद सूखा ,बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों, वर्ल्ड बैंक प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग की, हालांकि इस मीटिंग में उपमुख्यमंत्री अजित पवार की कुर्सी खाली ही रही।वर्ल्ड बैंक इस काम मे 3500 करोड़ देगा जिसमे 350 करोड़ तकनीकी सहायता के लिए आरक्षित है। फडणवीस ने अपने पिछले सत्र में किसानों के लिए 10 हजार करोड़ अप्रूव किये थे पर उनका कार्यकाल समाप्त होने के नाते लागू न हो सका। कल ही उन्होंने तत्काल 5380 करोड़ की सहायता राशि राज्य कोष से आबंटित किए। ज्ञात हो कि विदर्भ, मराठवाड़ा के लगभग 1 करोड़ किसान लगभग 87 हेक्टेयर क्षेत्र में हुए पिछले कुछ महीनों से फसलों के नुकसान के चलते भारी आर्थिक विषमता का सामना कर रहे है।कितने ही किसान आत्महत्या तक कर लिए हैं। कल अजित पवार ने अपना कार्यभार नही संभाला, और आज आखिरकार वह घड़ी आ ही गई जब बिना पदभार संभाले ही इस्तीफा भी दे दिया।
गौरतलब हो कि सेना भाजपा ने मिलकर चुनाव लड़ा, भाजपा को 105 ,सेना को 56 सीटें मिली थीं। सेना ने ढाई वर्ष के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग रखी और अड़ी रह गई ,जबकि देवेंद्र के अनुसार ऐसा कोई तय नही हुआ था। सेना ने यह देखकर की बिना उसके सरकार नजी बन पाएगी इसलिए जिद पर अड़ गई। अपना स्वार्थ साधने के लिए सेना राकांपा,कांग्रेस से भी मिल गई।यह तीन पहिये की सरकार स्थिर नही रह सकेगी। 
देवेंद्र ने पदभार संभालते ही काम भी शुरू कर दिया था, कल सूखा से निपटने के लिए उनकी वर्ल्ड बैंक के प्रतिनिधियों से मीटिंग भी हुई थी।
देवेंद्र ने आज प्रेस वार्ता में कहा कि सेना का काम मातोश्री से होता है, पर इस बार वे सबसे बाहर निकलकर मिले। विरोधी पार्टियों को मैं शुभकामनाएं देता हूँ। हम जनता के लिए मजबूत विपक्ष देंगे।जनता की आवाज़ विपक्ष के रूप में बनेंगे।
(मुख्यमंत्री फडणवीस, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी)
(अजित पवार इस्तीफा देने के बाद जाते हुए)

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