0 एंटॉप हिल पोलिस ने लॉक अप में बंद कर पीटा वकीलों को, महिला वकील का पैर फ्रैक्चर/सार्वजनिक शौचालय में बाहर से कड़ी लगाने की बात पर आए थे शिकायत दर्ज कराने/ नागरिकों, राजनेताओं का पुलिस थाने के बाहर हंगामा/ रात १२ बजे छोड़ा गया - Khabre Mumbai

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एंटॉप हिल पोलिस ने लॉक अप में बंद कर पीटा वकीलों को, महिला वकील का पैर फ्रैक्चर/सार्वजनिक शौचालय में बाहर से कड़ी लगाने की बात पर आए थे शिकायत दर्ज कराने/ नागरिकों, राजनेताओं का पुलिस थाने के बाहर हंगामा/ रात १२ बजे छोड़ा गया

एंटॉप हिल पुलिस स्टेशन से एक ऐसी घटना निकल कर सामने आ रही है जिसमें मुंबई पुलिस  गुंडागिरी कर रही है ,ऐसा बताया जा रहा है।

घटना कुछ ऐसी है कि हरिकेश शर्मा एवं उनकी असिस्टेंट साधना यादव यह दोनों ही पेशे से वकील हैं और कल दोपहर में एंटॉप हिल पुलिस थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए पहुंचे।
महिला अधिवक्ता साधना यादव की शिकायत यह थी कि वह दोस्ती स्टेट के सार्वजनिक शौचालय में जब गई तो बाहर से किसी ने कड़ी मार दी। काफी देर तक दरवाजा खुलवाने की जद्दोजहद के बाद भी जब कोई सहयोग नहीं मिला तो उन्होंने पुलिस कंट्रोल 100 नंबर पर फोन करके पुलिस को बुला लिया।
(बाएं से : अस्पताल में प्लास्टर लगी अवस्था में एडवोकेट साधना यादव, एडवोकेट हरिकेश शर्मा)

पुलिस के साथ जब पुलिस थाने पहुंचकर उन्होंने शिकायत दर्ज करानी चाही तो पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की उल्टे उन्हीं के साथ झगड़ने लगे। साधना की शिकायत को गंभीरता से नहीं लेने पर वह गाली गलौज करने लगीं, जिसके बाद मामला उलझता चला गया।

वकीलों का आरोप यह भी है कि उन्हें लॉकअप में बंद कर बुरी तरह मारा-पीटा गया। महिला अधिवक्ता को भी पुरुष पुलिस वालों ने पीटा और यह सब वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक श्री नासिर कुलकर्णी के निर्देशन में हुआ।
देर रात जब धीरे-धीरे नागरिक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कई कार्यकर्ता भाजपा एवं अन्य कई राजनीतिक पार्टियों के लोग जमा होने लगे तो पुलिस पर दबाव बढ़ने लगा और अंततः उन्होंने 12 सो रुपए का चालान भरवा कर दोनों वकीलों को जाने दिया। चश्मदीदों की माने तो दोनों वकीलों को बुरी तरह मारा-पीटा गया था। महिला वकील ठीक से चल नहीं पा रही थी।

खबरें मुंबई ने खबर लिखने से पहले एंटॉप हिल पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक से इस बारे मे जानकारी जुटानी तो कुछ इस तरह से बात खुलकर सामने आई है।

सवाल.. कल दोनो वकीलों साधना यादव और हरिकेश शर्मा से जुड़ी मार पीट की घटना के बारे में आप क्या कहना चाहेंगे?
जवाब: महिला वकील ने आते ही ऊंची आवाज में ड्यूटी ऑफिसर से बात की, मामला सार्वजनिक शौचालय में जाने ,बाहर से किसी के द्वारा कुंडी लगाने से जुड़ा था। हमारे ऑफिसर ने कहा कि यह तो किसी को अरेस्ट करने जैसा अपराध है। हम जरूर शिकायत लेंगे पर मौके पर जाकर देखने के बाद ही शिकायत li जायेगी।

पुलिस स्टाफ ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया तो पता चला कि उस शौचालय में कुंडी बाहर से नहीं है, वहां लॉच सिस्टम का लॉक है जिसे बाहर से बंद करने पर भी, अंदर जो  होगा वह उसे आसानी से खोल सकता/सकती है। जबकि यदि दरवाजा अंदर से बंद है तो बाहर से उसे नही खोला जा सकता।

इस आधार पर पुलिस ने उनसे कहा कि आरोप सही नही है, शिकायत नहीं ली जा सकती। जिसके बाद दोनो वकीलों ने हंगामा शुरू कर दिया।  यह दोनो दोस्ती शॉपिंग लिंक एचकेएस लीगल कार्यालय में काम करते हैं।

महिला वकील ने कहा कि वह वकील हैं,उन्हे पता है कि पुलिस कुछ नही करेगी, वह शिकायत देकर ही मानेंगे। पुलिस  ठाणे के बरामदे के बाहर जाकर चिल्लाने लगे। 
उन्हे लॉक अप में बंद किया गया। 

इस झड़प में पुलिस कर्मी के शर्ट के बटन टूट गए, वकील के भी शर्ट के बटन टूटे थे। 
लॉक अप में उनकी शिकायत आई कि घुटन हो रही है, ठीक नहीं लगा रहा है। इस पर उनका मेडिकल चेक भी कराया गया।

सवाल: क्या आपके पुरुष पुलिसकर्मी ने महिला अधिवक्ता को पीटा?
जवाब: नही, हम महिला को कभी नही छूते। हमारे पास महिला स्टाफ है। उनके साथ जो भी कार्यवाही हुई, वह महिला स्टाफ के द्वारा की गई है।

हम पहले उन्हे ऐसे ही जाने दे रहे थे और यह भी कहा कि आप गलत आरोप लगाकर केस बनाने के लिए कह रहे हैं , हम गलत नही करेंगे लेकिन वह जिद पर अड़ गए थे।  

वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक श्री कुलकर्णी ने यह भी कहा कि चार अलग अलग राजकीय पक्ष भी आए थे। क्षेत्रीय भाजपा विधायक एंटॉप हिल पोलिस स्टाफ से नाराज रहते हैं इसलिए उनके समर्थक कार्यकर्ता अंदर थाने में नही आए, बाहर से ही बात करते रहे।

व. पो. नि. ने आगे बताते हुए कहा कि एंटॉप हिल में दोस्ती एस्टेट में  सोसाइटी के दो पक्षों में विवाद के चलते वहां प्रशासक नियुक्त किया गया , जिसमे दस्तावेजों को लेकर और अन्य कार्यवाही को लेकर भी ये दोनो वकील यहां पुलिस स्टाफ की मदद ले चुके हैं। 

पुलिस अधिकारी नासिर कुलकर्णी के अनुसार महिला अधिवक्ता  साधना यादव राजीव गांधी एस आर ए, संगम नगर में रहती हैं और अधिवक्ता हरिकेश शर्मा बरकत अली नाका के पास के निवासी हैं।

 कई लोगों द्वारा जानकारी के आधार पर  दोपहर ३:३० से ५:३० तक दोनो वकीलों को बुरी तरह मारा पीटा गया। थर्ड डिग्री की तरह बेल्ट, मुक्के, जूता से मारा गया।
दोनो से जबरन पत्र लिखवाया गया की साथी पुलिस कर्मियों द्वारा की गई मारपीट या अन्य व्यवहार के खिलाफ कहीं कोई शिकायत नहीं करेंगे। ऐसा लोगों का कहना है। 
महिला वकील को पैर में फ्रेक्चर हो गया। चित्र में महिला के पैर पर प्लास्टर देख सकते हैं।

भाजपा के  सायन कोलीवाडा के वरिष्ठ स्थानीय पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि भाजपा की कार्यकारिणी बैठक पुणे में चल रही है जिसमे हिस्सा लेने स्थानीय विधायक कैप्टन सेलवन गए थे। इसलिए उन्होंने अपने निजी सहायक को पुलिस उपायुक्त:  जोन ४ माटुंगा,  श्री प्रवीण मुंडे  से इस बाबत मिलने और पुलिस अधिकारियों पर एक्शन लेने के लिए निवेदन हेतु भेजा था। 

 भाजपा पदाधिकारी के अनुसार, कल रात १२ बजे के लगभग दोनो वकीलों को १२०० रुपए के टेबल जामिन पर छोड़ा गया । इसके लिए भी कई स्थानीय नेताओं, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्यों, कुछ अधिवक्ताओं , वकीलों द्वारा बहुत दबाव बनाया गया तब जाकर एंटॉप हिल प्रशाशन ने दोनो वकीलों को छोड़ा। कार्यकर्ता, वकीलों की टीम, आरएसएस के लोग पीड़ित वकीलों से मिलना चाहते थे पर पुलिस टीम ने उनसे मिलने नही दिया।
इस मामले में स्थानीय  भाजपा विधायक कैप्टन तमिल सेलवन से यह खबर लिखे जाने तक संपर्क  नही हो सका है।

देखना यह है कि क्या मामले की निष्पक्ष जांच होगी। यदि अधिवक्ता के साथ मारपीट तो आम जनता के साथ क्या ? 
एंटॉप हिल ,सायन कोलीवाडा का एक संवेदनशील इलाका है जहां झुग्गियां भी हैं कुख्यात लोग भी हैं। संगम नगर, चांदनी नगर, बरकत अली नाका, मक्कावाडी, कोकरी आगार जैसे कई इलाके कई तरह की गतिविधियों के लिए बदनाम भी रहे हैं।  समय समय पर प्रशासन ने अपराधियों पर लगाम भी लगाई , ग्राफ को खत्म किए जाने की आवश्यकता है। ऐसे में इस तरह के मामले में पुलिस के द्वारा अधिवक्ताओं को मारना पीटना निश्चित रूप से उन पर प्रश्न तो खड़े करता है। 
आगे की जांच के बाद ही आरोप, प्रत्यारोप की सत्यता सामने आ पाएगी लेकिन अधिवक्ता के पैर में प्लास्टर  शायद बहुत कुछ कह रहे हैं।





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