डोंबिवली में हिंदू नववर्ष के स्वागत में प्रख्यात मराठी संगीतकार श्रीधर फड़के द्वारा आज भजन संध्या/ श्री गणेश मंदिर संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम
ठाणे जिला के अंतर्गत डोंबिवली उपनगर में प्रसिद्ध गणेश मंदिर संस्थान द्वारा आयोजित रौप्य महोत्सव हिंदू नव वर्ष स्वागत कार्यक्रम के अंतर्गत आज गणेश मंदिर संस्थान फड़के रोड पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
कार्यक्रम के तहत आज संध्या 7:00 बजे से ही प्रसिद्ध मराठी संगीतकार श्रीधर फड़के द्वारा भजन संध्या का आयोजन किया गया है। भजन संध्या में गीत रामायण ( रामचरित मानस को मराठी गीत में लय बद्ध तरीके से प्रस्तुति दी गई है) गायन है।
गीत रामायण, मराठी भाषा में गाए ५६ गानों का संग्रह है जिसे पहली बार आकाशवाणी, पुणे द्वारा १९५५ में प्रसारित किया गया था। इस प्रसारण के समय टीवी का दौर नही आया था।टीवी का चलन अगले चार साल बाद चला। गीत रामायण की रचना श्रीधर फड़के के पिता सुधीर फड़के और गजानन दिगंबर मदगुलकर जी ने की थी।
डोंबिवली पूर्व ,स्टेशन के निकट स्थित फड़के रोड पर गणेश मंदिर संस्थान एवम नववर्ष स्वागत यात्रा संयोजन समिति द्वारा इस भव्य आयोजन के साक्षी बने लगभग 2 हजार का जनसमुदाय उपस्थित रहा।
श्रीधर फड़के ,७२ वर्षीय संगीतकार, म्यूजिक कंपोजर हैं। वह माटुंगा के रूपारेल महाविद्यालय से स्नातक की उपाधि के बाद IT में पढ़ाई के लिए अमरीका भी गए। अमरीका में अध्ययन के दौरान 'देवाच्ये द्वारी' गीत को पहली बार कम्पोज किया। उनके पिता सुधीर फड़के जो एक प्रख्यात संगीतकार रहे , ने इस गीत को सराहा और उनके अमरीका में संपन्न हुए कार्यक्रम के दौरान इस पर परफॉर्मेंस भी दी थी। बाद में सुरेश वाडकर की आवाज में मराठी एल्बम 'ओमकार स्वरूपा' में इसे गया गया।
श्रीधर फड़के एयर इंडिया में एक्जीक्यूटव डायरेक्टर के तौर पर २००९ तक कार्यरत रहे।
(फाइल फोटो. श्रीधर फड़के, प्रख्यात मराठी भाषी संगीतकार)
श्रीधर फड़के ने बतौर म्यूजिक डायरेक्टर मराठी फिल्म 'लक्ष्मी ची पाऊले ' में काम किया। हृदयस्पर्शी, घराबाहेर, वारसा लक्ष्मी चा, पुत्रवती, लेकरू, विश्वविनायक जैसे मराठी फिल्मों में अपना संगीत, गाने दिए। अनगिनत एल्बम में भी उन्होंने बतौर म्यूजिक कंपोजर उन्होंने अपना जादू बिखेरा है।
No comments
Post a Comment