मुंबई के बांद्रा में दीप कमल फाउंडेशन द्वारा अटल महाकुंभ का आयोजन संपन्न/ देवेंद्र फडणवीस को दिया अटल सम्मान
मुंबई के उपनगर बांद्रा पश्चिम स्थित रंगशारदा सभागृह में आज शाम भारत रत्न भूतपूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेई के जन्म जयंती के उपलक्ष्य में अटल महाकुंभ का आयोजन किया गया।
यह आयोजन दीप कमल फाउंडेशन द्वारा किया गया था जिसके अध्यक्ष अमरजीत मिश्र हैं । अमरजीत मिश्र भाजपा मुंबई के उपाध्यक्ष भी हैं और पूर्व की फडणवीस सरकार में राज्यमंत्री रहकर फिल्म सिटी के विकास पर भी काम कर चुके हैं। विगत १६ वर्षों से वह इस संस्था के माध्यम से अटल महाकुंभ का सफल आयोजन करते रहे हैं।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, विधान परिषद सदस्य प्रसाद लाड, विधायक कैप्टन तमिल सेलवन, विधायक व मुंबई अध्यक्ष आशीष शेलार, विधायक कालिदास कोलंबकर, पूर्व राज्य कैबिनेट मंत्री राज पुरोहित उपस्थित रहे।
कलाकारों में बी आर चोपड़ा प्रायोजित जगप्रसिद्ध टीवी सीरियल महाभारत में समय के रूप में अपनी जादुई आवाज देनेवाले हरीश भिमानी एवम प्रसिद्ध वायलन वादिका मूल रूप से असम राज्य से संबंधित सुनीता भुयान ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति देकर कार्यक्रम में दर्शको को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत देवेंद्र फडणवीस, आशीष सेलर, प्रसाद लाड समेत अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा अटल जी की प्रतिमा पर पुष्प समर्पित करने से हुई। भगवान गणेश के श्लोक के उच्चार के साथ वंदे मातरम गीत की धुन वायलन पर बजाकर सुनीता भुयान ने अनूठी कला सबके समक्ष रखी।
मुंबई अध्यक्ष आशीष शेलार ने मुंबई का अटल बिहारी वाजपेई जी से करीबी रिश्तों के बारे में बारीक बातें बताई। मुंबई के दादर स्थित प्लाजा थिएटर में प्रधानमंत्री वाजपई जी ने मराठी फिल्म हमाल ते धमाल देखी। मुंबई के रेसकोर्स वाली सभा में ही भविष्य वेत्ता की भांति अटल जी ने बहुत पहले कह दिया था कि अंधेरा छटेगा, सूरज निकलेगा और कमल खिलेगा।
उन्होंने अपने घुटने के ऑपरेशन के लिए मुंबई को ही चुना , जबकि चाहते तो प्रधानमंत्री होने के नाते विश्व में कहीं भी जा सकते थे।
मुंबई किसकी?
आशीष शेलार ने कहा की सही मायने में मुंबई अटल जी की है। मुंबई की मराठी भाषा को उन्होंने सम्मान दिया। मराठी फिल्म देखने सामान्य व्यक्ति की तरह प्लाजा थिएटर पहुंच गए थे। मुंबई की बेस्ट बसों को जीवन उन्होंने ही दिया।
अटल जी की हाजिर जवाबी पर एक किस्सा आशीष शेलार ने साझा करते हुए मंच पर कहा कि अटल जी राष्ट्रीय अधिवेशन दिल्ली में हिस्सा लेकर बाहर निकल रहे थे, स्वास्थ्य ठीक नही था इसलिए चलने की गति धीमी थी। कांग्रेस हाई कमान ने उनके वरिष्ठ नेता नटवर सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया था, जिस पर एक पत्रकार ने अटल जी प्रतिक्रिया देने के लिए पूछा- अटल जी, आपको क्या लगता है नटवर सिंह को बलि का बकरा बनाया गया है?
जवाब में अटल जी ने कहा, वह तो शाकाहारी हैं, उन्हे बकरे की बलि के बारे में कुछ नही पता।
फडणवीस को अटल सम्मान दिए जाने के फैसले को शेलर ने सही ठहराया। आशीष शेलार ने कहा अटल जी कवि थे और देवेंद्र कविता प्रेमी हैं। यदि यहां मौजूद लोग कहे तो फडणवीस जी दो चार कविताएं अटल जी की अभी सुना सकते हैं।
कार्यक्रम का सूत्र संचालन कर रहे भाजपा नेता राजेश शिरवड़कर ने अटल जी कविताओं को वीर रस और मातृ रस से सराबोर बताया।
क्या बोले सम्मान लेने के बाद देवेंद्र फडणवीस
फडणवीस को फाउंडेशन अध्यक्ष अमरजीत मिश्र के हाथों अटल सम्मान से पुरस्कृत किया गया ।उक्त अवसर पर उन्होंने कहा कि जिन्हे बचपन से देखकर, सुनकर, सीखते सीखते बड़े हुए, उनके नाम पर सम्मान दिया जाना मेरे लिए बड़े गौरव की बात है। पिछले १६ वर्षों से वह अमरजीत मिश्र के नेतृत्व में चल रहे इस अटल महाकुंभ और अटल सम्मान के आयोजन को देखते आए हैं, शामिल होते रहे हैं पर ऐसा कभी नहीं लगा कि उन्हें भी कभी अटल सम्मान दिया जाएगा।
देश ने शक्ति परीक्षण अटल जी के नेतृत्व में किया। यह शक्ति परीक्षण बहुत पहले भी हो सकता था, लेकिन तत्कालीन सरकारों ने विदेशी शक्तियों द्वारा सैंक्शन यानी प्रतिबंध लगाने के डर से परीक्षण नहीं किया। वैज्ञानिकों से कहते रहे ,इस बार सही नही होगा, अगली बार करेंगे।
अटल जी ने परीक्षण होने दिया। विदेशी राष्ट्रों ने हम पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध यानी सैंक्शन लगा दिए लेकिन अटल जी ने सैंक्शन हटाने के लिए किसी राष्ट्र से विनती नही की। कुछ समय बाद सभी देशों ने देखा, भारत हमारे बिना भी खड़ा रह सकता है, चल सकता है लेकिन हमारा व्यापार भारत के बिना नहीं चल सकता।
फडणवीस ने कहा कि हाल ही में जी२० सम्मेलन हुआ , मेजबानी हमने की। अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में हम सभी ने देखा किस तरह रूसी राष्ट्रपति पुतिन, अमेरिकी राष्ट्रपति जियो बिडेन मोदी जी से हाथ मिलाने की प्रतीक्षा में थे। आज वैश्विक राष्ट्र हमसे संबंध अच्छा रखना चाहते हैं। राष्ट्र मोदी जी के नेतृत्व में अब इस स्तर तक जा पहुंचा है, इसका बीज अटल जी ने बोया था।
गाए अटल जी रचित कुछ गीतों की पंक्तियां:
आओ फिर से दिया जलाएं.....
काल के कपाल पर लिखता मिटाता हूं, गीत नया गाता हूं.... इन कविताओं की कुछ पंक्तियां भी उपमुख्यमंत्री ने कहे।
आयोजक अमरजीत मिश्र की की तारीफ
उप मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि अमरजीत मिश्र ने मुंबई में उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस मनाने की शुरुआत की और बाद में उत्तरप्रदेश में यह मनाया जाने लगा।
हाल ही में यूपी सीएम योगी जी मुंबई आए थे, अगले दिन राज्यपाल कोश्यारी जी के यहां भोजन का कार्यक्रम भी था, उस दौरान रविकिशन जो गोरखपुर से सांसद हैं, उनके संघर्ष की बात भी निकली। रवि किशन भी मौजूद थे, योगी जी ने कहा कि वह तो रविकिशन को जानते ही नही थे। अमरजीत मिश्र जी के उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस कार्यक्रम मुंबई में पहली बार वह रवि किशन और दिनेशलाल यादव निरहुआ से मिले। आज वह दोनो यूपी में सांसद हैं।
मुंबई मनपा चुनाव में जिताने की की अपील
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई को भ्रष्टाचार से मुक्त कराना है, आम आदमी की मुंबई आम आदमी को वापस देनी है। कुछ लोग मुंबई को निजी संपत्ति समझते हैं, उन्हे सबक देना है। इसके लिए वह अपील करते हैं मुंबई मनपा में भाजपा-बालासाहेबांची शिवसेना का ध्वज लहराएं।
आरटीआई कार्यकर्ता और अग्निशिला के संपादक अनिल गलगली के कैलेंडर का उदघाटन भी संपन्न
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