0 नहीं थम रहा शिवसेना से पलायन कर शिन्दे गुट में शामिल होने का दौर/ ठाणे मनपा के ६६ तो नवी मुम्बई के ३२ नगरसेवक ने छोड़ी शिवसेना। आज शिन्दे ने संभाला मंत्रालय स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय - Khabre Mumbai

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नहीं थम रहा शिवसेना से पलायन कर शिन्दे गुट में शामिल होने का दौर/ ठाणे मनपा के ६६ तो नवी मुम्बई के ३२ नगरसेवक ने छोड़ी शिवसेना। आज शिन्दे ने संभाला मंत्रालय स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय

शिवसेना पर छाए अस्तित्व की लड़ाई का संकट गहराता जा रहा है। जैसे जैसे सर्वोच्च न्यायालय में ११ जुलाई को सुनवाई के दिन करीब आ रहे हैं, शिवसेना में बचे हुए शिवसैनिक भी शिन्दे गुट को जॉइन कर रहे हैं।

आज एक ओर जहां मुख्यमंत्री एकनाथ शिन्दे के कर्मक्षेत्र यानी ठाणे महानगर पालिका से ६७ में से ६६ नगरसेवकों ने शिवसेना छोड़ शिन्दे समूह का दामन थाम लिया है वहीं दूसरी ओर नवी मुम्बई मनपा से भी ३२ पूर्व नगरसेवकों ने शिन्दे ग्रुप को जॉइन कर लिया।

 एक ही दिन में शिवसेना को दो मनपा से इतने बड़े झटके लगे हैं। अक्टूबर अंत तक मनपा चुनाव होने हैं ,ऐसे में इस तरह नगरसेवकों का पार्टी छोड़ना और शिन्दे सरकार को समर्थन देना- शिवसेना के लिए अच्छे संकेत नही हैं, ऐसा राजनीतिक पंडितों का मानना है।

शिवसेना ने लोकसभा में  चीफ व्हिप के लिए भावना गवली के बजाय ठाणे संसदीय क्षेत्र से सांसद राजन विचारे को नामांकित कर दिया है।

(बाएं से - ठाणे के लोकसभा सदस्य राजन विचारे चीफ व्हिप बने; दाएं- भावना गवली सांसद को चीफ व्हिप पद से हटाया गया)


वहीं खबर यह है कि आदित्य ठाकरे- पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे  के बेटे  हैं और मविआ सरकार में पर्यावरण मंत्री रहे हैं, वह पूरे राज्य में निष्ठावान यात्रा करने जा रहे हैं जिससे निष्ठावान शिवसैनिकों को एकजुट रखा जाए। वह विरोधी विधायको के क्षेत्र में भी जाएंगे।

इधर, आज मुख्यमंत्री शिन्दे  मंत्रालय पहुंचकर छठीं मंजिल स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में गए और पद भार संभाला। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रहे देवेंद्र फडणवीस भी शिन्दे के साथ रहे। इनके अलावा एकनाथ शिन्दे के बेटे और सांसद डॉ श्रीकांत शिन्दे, पत्नी लता और बहू वृषाली शिन्दे भी मौजूद रहीं।

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