0 मुंबई मनपा नगरसेवकों की संख्या बढ़ाएगी - 227 की जगह अब होंगे 236 नगरसेवक। - Khabre Mumbai

Breaking News

मुंबई मनपा नगरसेवकों की संख्या बढ़ाएगी - 227 की जगह अब होंगे 236 नगरसेवक।

विश्वस्त जानकारी के अनुसार मुंबई महानगरपालिका शीघ्र ही अपने नगर सेवकों की संख्या 227 से 236 करने की ओर अग्रसर हो रही है। बीते सप्ताह यह सुझाव स्थाई समिति में और अन्य समितियों के सहयोग से मनपा में रखा गया था ।जिसमें यह ध्यान दिया गया कि पिछली बार लगभग 20 वर्ष पहले 2001 में जब शहर की जनसंख्या लगभग 1.19 करोड थी तब उस वक्त भी नगरसेवक की संख्या बढ़ाकर 227 की गई थी अब 2011में यह जनगणना 1.24 करोड़ तक पहुंच गई जो कि पहले की तुलना में 3.87% ज्यादा है ।बढ़ती हुई जनसंख्या को देखते हुए वार्डों को बढ़ाने की आवश्यकता है।

गौरतलब हो कि मौजूदा मुंबई मनपा का कार्यकाल 7 मार्च 2022 को समाप्त हो रहा है जिससे पहले मनपा का स्थानीय निकाय चुनाव संपन्न किया जाना चाहिए। दूसरी तरफ प्रमुख विरोधी पार्टी भाजपा ने यह आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र सरकार मुंबई मनपा के चुनाव को देरी से कराना चाहती है इसीलिए इस प्रस्ताव को लाया जा रहा है। इस समय मुंबई मनपा में २४ वार्ड हैं।

 राज्य के चुनाव आयुक्त यूपी एस मदान ने कहा है सरकार को अपनी निश्चित प्रस्ताव  को लागू कर आने  दीजिए मुंबई मनपा के अधिकारियों की भी सुनी जाएगी कि क्या वह लो इतने कम समय में मुंबई के विभिन्न वार्ड के दायरों की सुनिश्चितता करने में सक्षम है।

मुंबई मनपा में अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा है हमारे मनपा के अधिकारी दिसंबर महीने में ही सभी वार्डो के बाउंड्री को तय करने में सक्षम हैं।


यहां उल्लेख करना जरूरी है कि मनपा हर 5 साल में अपने वार्ड की आरक्षण स्थिति को बदलती है। सामान्य वर्ग, ओबीसी वर्ग, महिला आरक्षित सीट जैसे विभिन्न वर्गों में वार्ड हर 5 साल में बदलते रहते हैं, इस बार भी यह बदलाव होगा।  मनपा अधिकारियों ने  कमर कस ली है कि दिसंबर महीने में ७ दिन में ही यह कार्य भी हो जाएगा।

 पिछले वर्ष  राज्य की अन्य नगरपालिकाओं और नगरपरिषद में सीट विस्तार का प्रस्ताव पास किया गया था पर मुम्बई मनपा के सीट विस्तार पर कोई चर्चा नही हुई थी।

जैसे जैसे मनपा चुनाव के दिन नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक गर्मी बढ़ रही है।सत्तासीन और विरोधी पक्ष के दिग्गज नेता एक दूसरे पर हर दिन नए आरोप लगा रहे हैं।

महाविकास आघाडी सरकार में शामिल कांग्रेस ने भी अकेले ही मनपा चुनाव लड़ने के मन बनाया है। 
मुम्बई मनपा सत्तासीन शिवसेना पक्ष के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि दो दशकों से भी अधिक समय से शिवसेना का ही मेयर मनपा में रहा है। इस बार भाजपा भी अकेले ही लड़ेगी । देखना  यह होगा कि जनता किन मुद्दों पर किस पार्टी को विजय तिलक लगाएगी।

No comments