राज्य में सभी तरह की दुकानें रात 10 बजे तक शुरू/ मॉल,मंदिर,थिएटर को कोई राहत नहीं /होटल शाम 4बजे तक 50% क्षमता के साथ शुरू
महाराष्ट्र में पुणे समेत ११ जिलों को छोड़कर अन्य २५ जिलों में अब रात १० बजे तक सभी दुकानें चालू रह सकती हैं। इनमें उन दुकानों का समावेश नही है जो मॉल के अंदर मौजूद हों। निजी व सरकारी कार्यालय पूरी क्षमता के साथ काम कर सकते हैं। हालांकि कार्यालय के समय को अलग अलग रखने की सलाह दी गई है ताकि भीड़ को नियंत्रित रखा जा सके।
३६ जिलों में से २२ जिलों में प्रतिबंध को सरल कर दिया गया है
नए दिशानिर्देशों के तहत अब जबकि कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में काफी गिरावट है, मुंबईकरों को काफी राहत मिल सकती है।
फिलहाल, थिएटर, सिनेमा ,मॉल ,पूजा भवन यानी मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च आदि पहले की तरह बंद रहेंगे।
मुम्बई, मुम्बई मेट्रोपोलिटन ,ठाणे इन तीन शहरों में छूट देने की जिम्मेदारी सम्बंधित नगरपालिका को दी गई है।
कृषि, ट्रांसपोर्ट, नागरी संबंधी, औद्योगिक गतिविधियों को जारी रखा जाएगा।
मुंबई में क्या खुला ,क्या बंद-
सभी आवश्यक, अनावश्यक दुकानें रात १० बजे तक चालू रहेंगी।(सप्ताह के सातों दिन)
डाइन-इन- रेस्टोरेंट, होटल ५०% बैठने की क्षमता के साथ इटरी सेवाओं के लिए सभी दिन खुले रहेंगे।
मेडिकल दुकानें सातों दिन २४ घंटे कार्यरत रह सकती हैं।
स्विमिंग पूल, नजदीकी अंतर वाले खेल के अतिरिक्त अन्य सभी इनडोर- आउटडोर खेलो की इजाजत दी गई है।
कोविड रूल्स को ध्यान में रखते हुए फ़िल्म शूटिंग की इजाजत है।
रात्रि ९ से सुबह ५ तक आवाजाही पर प्रतिबंध को कायम रखा गया है।
राजनीतिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक व अन्य किसी भी प्रकार की रैली, सभा पर प्रतिबंध जारी रहेगा।
मुम्बई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश श्री दीपंकर दत्ता ने वकीलों को लोकल में सफर की इजाजत देने से सम्बंधित पी आई एल पर सुनवाई करते हुए कहा कि सरकार किसी को लोकल में यात्रा के लिए सेलेक्टिव नही हो सकती है।
जिन लोगों ने कोरोना की वैक्सीन ले ली है, उन्हें लोकल में सफर करने के लिए मंजूरी दी जानी चाहिए। यदि वैक्सीन के बाद भी वह घर पर बैठे हैं, नौकरी नही कर पा रहे हैं, उन्हें लोकल से सफर की अनुमति नही है तो वैक्सीनशन का फायदा ही क्या है?
मुख्य न्यायमूर्ति दत्ता ने आगे कहा कि आर्थिक स्थिति विषम हो चुकी है, लोगों को नौकरी पट जाने व काम करने की जरूरत है। टीका करण करा चुके मुम्बई करों को लोकल में चलने की अनुमति मिलनी ही चाहिए।
मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा है कि समाज के सभी वर्ग को यदि एक साथ ट्रेन से चलने की मंजूरी मिली तो भारी दिक्कत हो सकती है।
देश के उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, केरल, जम्मू कश्मीर समेत १३ राज्यों में पिछले हफ्ते के आंकड़ों के अनुसार कोरोना संक्रमण के मामले २६ से ६५% तक बढ़े हैं।
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