0 ठाकरे सरकार का निर्देश- महाराष्ट्र में धार्मिक संस्थान खुलेंगे सोमवार 16 नवंबर से/ कोविड-19 प्रोटोकॉल की गई जारी/ प्रसाद ,संगीत, पूजा भौतिक रूप से नहीं की जा सकेगी/ धार्मिक स्थलों में बजेंगे रिकॉर्डेड भजन - Khabre Mumbai

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ठाकरे सरकार का निर्देश- महाराष्ट्र में धार्मिक संस्थान खुलेंगे सोमवार 16 नवंबर से/ कोविड-19 प्रोटोकॉल की गई जारी/ प्रसाद ,संगीत, पूजा भौतिक रूप से नहीं की जा सकेगी/ धार्मिक स्थलों में बजेंगे रिकॉर्डेड भजन

लॉक डाउन के लगभग 7 महीनों के बाद कई विरोध के बावजूद महाराष्ट्र के वर्तमान महा विकास आघाडी के मुखिया और राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने धार्मिक संस्थानों को खोलने की आज्ञा नहीं दी थी।कोरोना के अधिक संक्रमण पसराव की आशंका के चलते ऐसा किया जा रहा था।

 कल दिवाली के दिन जब राज्य में लोग दीपावली मना रहे थे उस वक्त लोगों के लिए प्रेस नोट के जरिए मुख्यमंत्री ने सभी धार्मिक संस्थानों को सोमवार से खोले जाने का निर्देश जारी कर दिया है। उनके ही शब्दों में यह ईश्वर की इच्छा है कि सभी धार्मिक संस्थान खोले जाएं।

 ठाकरे सरकार पर मदिरालय ,शराब की दुकानें सबसे पहले खोले जाने और धार्मिक संस्थानों को सबसे आखिर में खोले जाने की आलोचना अभी भी हो रही है ,लेकिन मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा था कि क्योंकि देश में महाराष्ट्र राज्य सबसे ज्यादा संक्रमित  हैं इसलिए उन्हें  विशेष रूप से ध्यान देना पड़ रहा है।

 स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर के तहत मंदिरों में लाइव संगीत भजन नहीं किए जा सकेंगे ।भौतिक रूप से प्रसाद नहीं दिया जाएगा। मंदिरों में भगवान की प्रतिमा या मूर्तियों को छूना वर्जित किया गया है। पूजा या प्रार्थना के लिए नागरिकों को अपनी ही चटाई या वस्त्र लाने होंगे ।धार्मिक स्थान से इसी तरह का वस्त्र या बताई नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा 6 फीट की दूरी फेस मास्क सैनिटाइजर इस्तेमाल आवश्यक होगा। धार्मिक संस्थानों को खोलने से लेकर  स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर की अनदेखी करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।

 बता दें कि धार्मिक संस्थानों को खोलने पर लेकर भाजपा की महाराष्ट्र इकाई ने राज्यव्यापी आंदोलन किया।

 साधु संतों की तरफ से भी मंदिरों को खोले जाने पर लेकर विशेष चिंता जताई गई थी और राज्यपाल को इस विषय पर ज्ञापन भी दिया गया था।

 राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे निवेदन पत्र के जरिए धार्मिक संस्थानों को जल्द ही खोले जाने के बारे में सुझाव दिया था।

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