0 1जून से चलेगी नॉन एयर कंडीशन सेकंड क्लास ट्रेन / 200 ट्रेनें रोज चलेंगी। आईआरसीटीसी पर की जा सकती है सीट की बुकिंग -आम नागरिक ले सकेंगे लाभ/ श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या बढ़ाकर होगी 400- पीयूष गोयल - Khabre Mumbai

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1जून से चलेगी नॉन एयर कंडीशन सेकंड क्लास ट्रेन / 200 ट्रेनें रोज चलेंगी। आईआरसीटीसी पर की जा सकती है सीट की बुकिंग -आम नागरिक ले सकेंगे लाभ/ श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या बढ़ाकर होगी 400- पीयूष गोयल

मुंबई: मायानगरी मुंबई में अमीरों से शुरू हुई महामारी कोरोना वायरस ने गरीबों की जिंदगी में कोहराम मचा दिया है। काम की तलाश में गांवों से शहरों में आए मजदूर लॉकडाउन के चलते खाली पेट सोने को मजबूर हैं। लाखों श्रमिक अपना सामान बांधकर परिवार के साथ हजारों किलोमीटर पैदल दूर अपने घरों की तरफ निकल गए।

मजदूरो के दर्द ने देश के हर वर्ग को झकझोर दिया है।  अर्थशास्त्रियों का यह भी मानना है कि 20 लाख करोड़ के राहत पैकज से इन मजदूरो को जिन्हें असंगठित सेक्टर कहा जाता है, इन्हें कोई भी लाभ नही मिला।  यदि कंपनी के मालिक इन्हें आधी पगार भी दिए होते, फैक्ट्री में ही रहने का आसरा न छीनते तो शायद आज यह हालात न होते। 3 लाख करोड़ के विशेष 100 प्रतिशत बिना किसी सुरक्षा के कर्ज देनेबकी सुविधा तो सरकार ने सूक्ष्म, लघु, मध्यम वर्ग की कम्पनियों को दिया, लेकिन शर्ते भी रख दी कि 29 फरवरी 2020 तक इन कंपनियों पर बकाया कर्ज 25 करोड़ से अधिक न हो और टर्न ओवर 100 करोड़ से अधिक नही होना चाहिए।

पर बड़ा सवाल यह है कि पलायन कर रहे मजदूरों को इससे क्या लाभ मिल सका है।

शेयर बाजारों ने भी वित्त मंत्री द्वारा 4 दिनों तक इस राहत राशि पर दिए स्पष्टीकरण को नकार दिया और बाजार में बिकवाली जारी रही।

पहले से ही वित्तीय संकट झेल रही नॉन बैंकिंग वित्तीय कम्पनियों को 100 प्रतिशत सुरक्षा के साथ सरकार ने 30 हजार करोड़ तक का कर्ज देने की बात कही जिनके लिए इन वित्तीय संस्थानों का इन्वेस्टमेंट ग्रेड की रेटिंग होनी जरूरी है और इन्हें इस कर्ज के लिए नॉन कनवर्टिबल डिबेंचर उतने ही कीमत का देना होगा, जिसे लोन देने वाला वैंक ही खरीदेगा।

वही बिना कोई रेटिंग लिए कोई नॉन बैंक वित्तीय कम्पनी भी लोन ले सकती है जिस पर पहले 20 प्रतिशत का नुकसान सरकार वहन करेगी।इसके लिए 45 हजार करोड़ का प्रावधान किया गया है।

पर इससे भी मजदूर दूर दूर तक लाभान्वित नही दिख रहे हैं।लॉक डाउन ने देश के विकास  की रफ्तार को रोक दिया है।

लॉकडाउन के इसी बीच रेलने ने आज महत्‍वपूर्ण ऐलान किया है। रेलवे अब नॉन-एसी ट्रेनें चलाने की तैयारी में है। 1 जून से देश में रोजाना नॉन-एसी टाइम टेबल वाली ट्रेनें चलेंगी। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने यह जानकारी दी है। उन्‍होंने यह भी बताया है कि इन ट्रेनों की संख्‍या 200 होगी। 1 जून से चलने वाली इन Non-AC द्वितीय श्रेणी की ट्रेनों की बुकिंग जल्द ही ऑनलाइन शुरू होगी। हर नागरिक अब इन सेवाओं का लाभ उठा सकता है। वर्तमान में रेलवे द्वारा देश भर में कई राज्‍यों में फंसे श्रमिकों को उनके गृहक्षेत्र में पहुंचाने के लिए श्रमिक स्‍पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के अतिरिक्त भारतीय रेल 1 जून से प्रतिदिन 200 अतिरिक्त टाइम टेबल ट्रेनें चलाने जा रहा है जो कि गैर वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी की ट्रेन होंगी एवं इन ट्रेनों की बुकिंग IRCTC पर ऑनलाइन ही उपलब्ध होगी। ट्रेनों की सूचना शीघ्र ही उपलब्ध कराई जाएगी। इसका ऑपरेशन टाइम टेबल के हिसाब से होगा। बताया जाता है कि इन ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट टिकट भी मिल सकते हैं, लेकिन तत्काल या प्रीमियम तत्काल जैसे व्यवस्था नहीं होगी। इन ट्रेनों की बुकिंग भी IRCTC की वेबसाइट के जरिए ही होगी। बुकिंग किस दिन से शुरू होगी इसकी घोषणा शीघ्र ही की जाएगी।

श्रमिक स्‍पेशल ट्रेनों की संख्‍या बढ़कर 400 होगी: रेल मंत्री


रेल मंत्री पीयूष गोयल ने यह भी जानकारी दी कि अगले 2 दिनों में भारतीय रेलवे श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या प्रति दिन 400 कर देगा। सभी प्रवासियों से अनुरोध है कि वे जहां रहें, भारतीय रेलवे अगले कुछ दिनों में उन्हें घर वापस ले आएगी। गोयल ने कहा कि, राज्य सरकारों से आग्रह है कि श्रमिकों की सहायता करे तथा उन्हें नजदीकी मेनलाइन स्टेशन के पास रजिस्टर कर, लिस्ट रेलवे को दे, जिससे रेलवे श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाये। श्रमिकों से आग्रह है कि वो अपने स्थान पर रहें, बहुत जल्द भारतीय रेल उन्हें गंतव्य तक पहुंचा देगा।

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