यस बैंक को प्रवर्तन निदेशालय का नो | बैंक के संस्थापक व् पूर्व प्रबंधक निदेशक राणा कपूर को २९ घंटे की पूछताछ के बाद किया गिरफ्तार |
यस बैंक को प्रवर्तन निदेशालय का नो | बैंक के संस्थापक व् पूर्व प्रबंधक निदेशक राणा कपूर को २९ घंटे की पूछताछ के बाद किया गिरफ्तार |
यस बैंक की समस्या काफी वक़्त से चल रही है | पिछले वर्ष जब रिजर्व बैंक ने राणा कपूर को सेवा में अवधि बढ़ने से मना कर दिया था / जिसके बाद शुरू हुई नए मैनेजिंग डायरेक्टर की तलाश और रवनीत गिल नए एम् डी एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किये गए | रवनीत ने आते ही पॉलिसीस में बदलाव किये , लीगल विभाग में वरिष्ठ अधिकारी बदले गए | पद संभालने के बाद से ही रवनीत ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया ताकि बैंक को पैसा मिले और हालात सुधरे / राणा कपूर ने पद पर कार्यरत होते हुए उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन विभाग के कर्मचारियों का प्रोविडेंट फण्ड का ४१०० करोड़ रुपया बैंक को गलत तरीके से मनी लॉन्डरिंग करते हुए देवन हाउसिंग को ३७०० करोड़ का शार्ट टर्म डिबेंचर में पैसा दिया | राणा ने अपनी ही बेटी की संचालित कंपनी डॉयट अर्बन वेंचर में ६०० करोड़ लिए | आरकेडब्लु डेवेलपर्स को ७५० करोड़ दिए गए | डीएचएफएल - देवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड और आरकेडब्लु डेवेलपर्स पर आरोप है की कुख्यात माफिया अंडरवर्ल्ड डॉन दावूद इब्राहिम के करीबी इक़बाल कसकर उर्फ़ इक़बाल मिर्ची को सहयोग दिया गया और उसकी पत्नी के नाम दक्षिण मुंबई के वर्ली स्थित १५ महले की एपीजे हाउस में आशियाना दिया गया |
डीएचएफएल के मालिक वाधवा बंधू फ़िलहाल जमानत पर बाहर हैं और केस चल रहा है |
राणा कपूर पर इसलिए भी यह सख्ती हो रही है क्यों की उन पैसो का पता नहीं चल रहा है जिनसे कपूर ने लन्दन में आलीशान घर लिया , १२ से ज्यादा फर्जी कम्पनिया , २००० करोड़ के लगभग निवेश, ४४ महंगी पेंटिंग्स शामिल हैं/ २०१७ वितीय वर्ष में बैंक का नॉन परफार्मिंग एसेट एनपीए बढ़कर ८३७३ करोड़ रूपये हो गए जबकि कपूर ने २०१८ करोड़ ही घोषित किये थे | राणा कपूर की इच्छा इस कदर थी की वे यस बैंक को आईसीआईसीआई , एचडीएफसी , कोटक की तरह बड़ा बनना था वह भी बहुत जल्द | आलम यह हुआ एक समय ऐसा आया जब सब बैंक मना करें तो यस बैंक लोन दे देगा ऐसी धारणा बन गई थी | अचानक एनपीए में इस वृद्धि के बाद ही राणा कपूर का एक्सटेंशन आरबीआई ने जनवरी २०१९ में नकार दिया और कपूर को बाहर का रास्ता देखना पड़ा |
कल प्रवर्तन निदेशालय ने राणा कपूर के मुंबई स्थित आवास समुद्र महल पर छापा मारने के बाद २९ घंटे की लम्बी पूछताछ के लिए आंचलिक कार्यालय बलार्ड एस्टेट लाया गया , इस वक़्त निदेशालय के जॉइंट डायरेक्टर भी मौजूद रहे और अंत में गिरफ़्तारी के बाद ही ४ बजकर १५ मिनट के लगभग सुबह वे कार्यालय से निकले | आज ११ बजे सुबह न्यायलय में कपूर को पेश किया जाना है |
बता दें की दो दिन पहले ही वित्तीय संकट से जूझ रहे यस बैंक को सहारा देने के लिए स्टेट बैंक चेयरमैन रजनीश कुमार ने २४५० करोड़ का निवेश कर ४९% हिस्सेदारी खरीदने की बात की है और रिजर्व बैंक ने इसकी मंजूरी भी दी है | कल ही स्टेट बैंक के प्रमुख रजनीश कुमार ने ऐलान किया की जैसा की रेजेर्वे बैंक ने ५० हजार से अधिक की निकासी पर यस बैंक के ग्राहकों को प्रतिबंधित किया है और ३० दिन एक समय दिया गया है | वे इसी ३० दिन में ८ से १० हजार करोड़ तक का निवेश बैंक में करेंगे | स्टेट बैंक ने ऐसे वक़्त में यस बैंक को जीवन देने का काम किया है |
( स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया चेयरमैन रजनीश कुमार )
इससे पहले ३००० करोड़ जुटाने के लिए प्राइवेट इन्वेस्टमेंट कंपनियों टीपीजी कैपिटल, वाटरब्रिज , हिंदुजा ग्रुप से भी यस बैंक की बात चल रही थी | कभी देश के टॉप प्राइवेट बैंक की श्रेणी में आनेवाले बैंक की आर्थिक स्थिति राणा कपूर द्वारा किये घोटालों के चलते चरमरा गई है |
शुक्रवार को यस बैंक का शेयर ७० प्रतिशत तक टूटकर ५ रुपये पर आ गया था |
यस बैंक एटीएम पर लम्बी लाइन- रिजर्व बैंक ने ५० हजार से अ धिक की निकासी पर रोक लगाई है /
यस बैंक की समस्या काफी वक़्त से चल रही है | पिछले वर्ष जब रिजर्व बैंक ने राणा कपूर को सेवा में अवधि बढ़ने से मना कर दिया था / जिसके बाद शुरू हुई नए मैनेजिंग डायरेक्टर की तलाश और रवनीत गिल नए एम् डी एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किये गए | रवनीत ने आते ही पॉलिसीस में बदलाव किये , लीगल विभाग में वरिष्ठ अधिकारी बदले गए | पद संभालने के बाद से ही रवनीत ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया ताकि बैंक को पैसा मिले और हालात सुधरे / राणा कपूर ने पद पर कार्यरत होते हुए उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन विभाग के कर्मचारियों का प्रोविडेंट फण्ड का ४१०० करोड़ रुपया बैंक को गलत तरीके से मनी लॉन्डरिंग करते हुए देवन हाउसिंग को ३७०० करोड़ का शार्ट टर्म डिबेंचर में पैसा दिया | राणा ने अपनी ही बेटी की संचालित कंपनी डॉयट अर्बन वेंचर में ६०० करोड़ लिए | आरकेडब्लु डेवेलपर्स को ७५० करोड़ दिए गए | डीएचएफएल - देवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड और आरकेडब्लु डेवेलपर्स पर आरोप है की कुख्यात माफिया अंडरवर्ल्ड डॉन दावूद इब्राहिम के करीबी इक़बाल कसकर उर्फ़ इक़बाल मिर्ची को सहयोग दिया गया और उसकी पत्नी के नाम दक्षिण मुंबई के वर्ली स्थित १५ महले की एपीजे हाउस में आशियाना दिया गया |
डीएचएफएल के मालिक वाधवा बंधू फ़िलहाल जमानत पर बाहर हैं और केस चल रहा है |
राणा कपूर पर इसलिए भी यह सख्ती हो रही है क्यों की उन पैसो का पता नहीं चल रहा है जिनसे कपूर ने लन्दन में आलीशान घर लिया , १२ से ज्यादा फर्जी कम्पनिया , २००० करोड़ के लगभग निवेश, ४४ महंगी पेंटिंग्स शामिल हैं/ २०१७ वितीय वर्ष में बैंक का नॉन परफार्मिंग एसेट एनपीए बढ़कर ८३७३ करोड़ रूपये हो गए जबकि कपूर ने २०१८ करोड़ ही घोषित किये थे | राणा कपूर की इच्छा इस कदर थी की वे यस बैंक को आईसीआईसीआई , एचडीएफसी , कोटक की तरह बड़ा बनना था वह भी बहुत जल्द | आलम यह हुआ एक समय ऐसा आया जब सब बैंक मना करें तो यस बैंक लोन दे देगा ऐसी धारणा बन गई थी | अचानक एनपीए में इस वृद्धि के बाद ही राणा कपूर का एक्सटेंशन आरबीआई ने जनवरी २०१९ में नकार दिया और कपूर को बाहर का रास्ता देखना पड़ा |
(राणा कपूर - यस बैंक के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर )
बता दें की दो दिन पहले ही वित्तीय संकट से जूझ रहे यस बैंक को सहारा देने के लिए स्टेट बैंक चेयरमैन रजनीश कुमार ने २४५० करोड़ का निवेश कर ४९% हिस्सेदारी खरीदने की बात की है और रिजर्व बैंक ने इसकी मंजूरी भी दी है | कल ही स्टेट बैंक के प्रमुख रजनीश कुमार ने ऐलान किया की जैसा की रेजेर्वे बैंक ने ५० हजार से अधिक की निकासी पर यस बैंक के ग्राहकों को प्रतिबंधित किया है और ३० दिन एक समय दिया गया है | वे इसी ३० दिन में ८ से १० हजार करोड़ तक का निवेश बैंक में करेंगे | स्टेट बैंक ने ऐसे वक़्त में यस बैंक को जीवन देने का काम किया है |
( स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया चेयरमैन रजनीश कुमार )
इससे पहले ३००० करोड़ जुटाने के लिए प्राइवेट इन्वेस्टमेंट कंपनियों टीपीजी कैपिटल, वाटरब्रिज , हिंदुजा ग्रुप से भी यस बैंक की बात चल रही थी | कभी देश के टॉप प्राइवेट बैंक की श्रेणी में आनेवाले बैंक की आर्थिक स्थिति राणा कपूर द्वारा किये घोटालों के चलते चरमरा गई है |
शुक्रवार को यस बैंक का शेयर ७० प्रतिशत तक टूटकर ५ रुपये पर आ गया था |
यस बैंक एटीएम पर लम्बी लाइन- रिजर्व बैंक ने ५० हजार से अ धिक की निकासी पर रोक लगाई है /
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